weather update : मध्यप्रदेश के इंदौर, राजस्थान के जालौर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत कई स्थानों पर शुक्रवार को हुई तेज बारिश से हाहाकार मच गया। सड़कें तालाब बन गईं और घरों में पानी घुस गया। लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे।
मौसम विभाग (Meteorological Department) के अनुसार बारिश के कारण अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट आई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि दक्षिण, पूर्व, उत्तर-पश्चिम और मध्य दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई। आईएमडी ने भारी वर्षा का अलर्ट (alert) जताया है।
बारिश के बाद अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है जबकि गुरुवार को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस था। शाम 5.30 बजे आर्द्रता का स्तर 80 प्रतिशत रहा। आईएमडी ने शनिवार को आसमान में सामान्यत: बादल छाए रहने तथा गरज के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 डिग्री और 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
इंदौर में मात्र इंच बारिश में स्थिति यह थी कि करीबन पूरा शहर पानी में लबालब हो गया। पंढरीनाथ, परदेशीपुरा, मालवा मिल और एलआईजी के आसपास के निचले इलाकों में भी पानी भर गया। यहां तक कि 78 और 74 इलाके के साथ नक्षत्र, ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के आसपास के कई इलाकों में घुटनों तक पानी जमा हो गया, वहीं सयाजी होटल और विजय नगर के आसपास कई इलाके तालाब की तरह नजर आने लगे।
बदहाल सड़कें और खुले चेंबर : जिस शहर को स्मार्ट बनाने के ख्वाब देखे जा रहे हैं, उस शहर की सड़कें इतनी बदहाल हो चुकी हैं कि वाहन चालक अपनी रिस्क पर ही इनसे गुजर रहे हैं। इन सड़कों पर आम दिनों में ही चलना हादसों को बुलावा देना होता है तो ऐसे में जब पानी में डूबी सड़कों पर चलने पर तो सोचिए क्या आलम होगा?
जगह-जगह फटी हुई सड़कें। खुले और बदहाल चेंबर्स। गड्ढ़े और औपचारिकता में किए गए पेचवर्क भी दुर्घटनाओं को ही बुलावा दे रहे हैं। शुक्रवार की बारिश में ऑफिस से आने वाले लोगों के साथ ही कई आम लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए। कुछ जाम में फंसे रहे तो हजारों लोग रास्ते बदलकर अपने घर पहुंचे।
गोवा और महाराष्ट्र तट पर बना कम दबाव का क्षेत्र : गोवा और महाराष्ट्र तट पर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ रहा है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। 24 अगस्त की शाम तक इसके कमजोर होने की उम्मीद है।
उत्तरी बांग्लादेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है और आज 24 अगस्त को भारतीय समयानुसार सुबह 5.30 बजे यह पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों पर था। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 9.4 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। यह अगले 24 घंटों के दौरान झारखंड की ओर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ना जारी रखेगा।
समुद्र तल पर मानसून की द्रोणिका अब श्रीगंगानगर, देवमाली, कानपुर, पटना, पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों पर बने कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजर रही है और फिर पूर्व व दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रही है।
पश्चिमी विक्षोभ को मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी क्षेत्र में एक गर्त के रूप में देखा जाता है जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है और यह अक्षांश 30° उत्तर के उत्तर में 70 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ चल रही है। बंगाल की खाड़ी के उत्तर में एक चक्रवाती परिसंचरण है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों, दक्षिणी मध्यप्रदेश और विदर्भ में मध्यम से भारी बारिश हुई। तटीय आंध्रप्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पूर्वी उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हुई।
सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नगालैंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पूर्वी गुजरात, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, तेलंगाना, लक्षद्वीप, केरल, रायलसीमा और गुजरात में हल्की बारिश हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शनिवार, 24 अगस्त को गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, मध्यप्रदेश, पूर्वी गुजरात, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, पूर्वी उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, रायलसीमा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है।
Edited by: Ravindra Gupta