रांची। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेलवे के दो होटलों के टेंडर में हुई अनियमितता मामले में शुक्रवार को उनके पटना आवास सहित देश के 12 ठिकानों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी के बाद अपना बचाव करते हुए कहा कि इन होटलों को लीज आवंटन में उनकी कोई भूमिका नहीं है और रेलमंत्री रहते हुए उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है।
यादव ने कहा कि भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) एक स्वायत्त संस्था है और उसने खुली नीलामी के तहत रांची और पुरी स्थित बीएनआर चाणक्य होटल समेत अन्य होटलों का आवंटन किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे आवंटनों की कोई फाइल रेलमंत्री के पास नहीं आती है। इस मामले में वह पूरी तरह निर्दोष हैं।
पूर्व रेलमंत्री ने केंद्र सरकार पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बोलने वालों को सीबीआई की छापेमारी और मनी लांड्रिंग के नाम पर परेशान किया जाता है लेकिन वह भाजपा की सत्ता को उखाड़ फेकेंगे।
यादव ने कहा कि सीबीआई रेलवे होटलों के मामले में जब चाहे सवाल पूछ सकती है और वह जवाब देने के लिए तैयार हैं। वह सीबीआई को पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि सीबीआई के अधिकारियों की कोई गलती नहीं है उन्हें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुक्म मिलता है, जिसका वे पालन करते हैं।
उन्होंने कहा, मैने रेलमंत्री के कार्यकाल के दौरान रेलवे को घाटे से मुनाफे में पहुंचाया था। इस चमत्कार के गुर सिखाने के लिए प्रतिष्ठित हार्वर्ड विश्वविद्यालय से लेकर अहमदाबाद के भारतीय प्रबंधन संस्थान तक में मेरा व्याख्यान आयोजित किया गया था। (वार्ता)