जम्मू। लद्दाख में चीन के साथ लगातार बढ़ते तनाव के बीच सेना ने अपनी ऑपरेशनल तैयारियों को तेजी देते हुए आईटीबीपी (ITBP) की अग्रिम निगरानी चौकियों का कार्यभार अपने पास ले लिया है। अलबत्ता, रक्षा मंत्रालय ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। इस बीच, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कश्मीर से सेना के जवानों की अतिरिक्त टुकड़ियां साजो सामान के साथ पूर्वी लद्दाख के लिए रवाना हो गई हैं। इसके साथ ही गलवन क्षेत्र में नागरिक संचार सेवा को भी बंद कर दिया गया है।
वायुसेना के दो एएन-32 विमान भी श्रीनगर व लेह पहुंचे हैं। लेह- श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग का सोनमर्ग से आगे आम नागरिक वाहनों के लिए लगभग बंद कर दिया गया है।
हालांकि रक्षामंत्रालय ने आईटीबीपी की चौकियों का कार्यभार सेना द्वारा संभाले जाने और नौसेना के एक दस्ते को पैगांग में तैनात किए जाने या फिर लद्दाख में सैन्य टुकड़ियों को भेजे पर पर काई बयान जारी नहीं किया है।
श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांदरबल, कंगन,गुंड और सोनमर्ग में रहने वाले बीती शाम से ही लद्दाख के लिए सैन्य काफिलों की असाधारण रवानगी का देख रहे हैं। सोनमर्ग के पास गगनगीर में जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक अस्थायी चौकी स्थापित की है और लद्दाख जा रहे नागरिक वाहनों को रोक रही है।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि गलवन घाटी में सोमवार रात भारत-चीन सैनिकों के बीच हुए संघर्ष के बाद पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनाव चरम पर है। लद्दाख में सेना ने चीन और भारत के बीच एलएसी पर स्थित आइटीबीपी की सभी अग्रिम निगरानी चौकियों को नियंत्रण में ले लिया है। आइटीबीपी के जवान व अधिकारी अब सेना के साथ काम एलएसी पर गश्त करते हुए चीन की हरकतों की निगरानी कर रहे हैं।
पैंगांग झील में भी सेना ने अपनी गश्त बढ़ा दी है। झील में भारतीय सेना की पेट्रोल ड्रिल को मौजूदा हालात के मद्देनजर आक्रामक बनाया गया है। उन्होंने बताया कि नौसेना के जवानों का एक दस्ता भी झील में तैनात किया जा रहा है। यह दस्ता कथित तौर पर बीते 15 दिन से लेह में था। इसकी तैनाती से पहले नौसेना के एक अधिकारियों ने गत मई माह के दौरान पैगांग झील का दौरा करते हुए हालात का जायजा लिया था।
उन्होंने बताया कि कि सेना के जवानों का एक विशेष दस्ता और भारी सैन्य साजो सामान की एक खेप को एएन-32 विमान के जरिए सीधे लेह पहुंचाया गया है। चीन के साथ बढ़ते तनाव काे देखते हुए गत शाम से ही कश्मीर से सेना के जवानों की अतिरिक्त टुकड़ियां लेह के लिए रवाना हो रही हैं। लेह रवाना हो रहे जवानों को युद्धक साजोसामान से लैस किया गया है।