इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कहा कि जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मां के लंबित वीजा आवेदन पर विचार किया जा रहा है। पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' ने अपनी एक रिपोर्ट में विदेश कार्यालय के हवाले से यह जानकारी दी।
भारत ने पाकिस्तान से जाधव की मां अवंतिका जाधव को उनके बेटे से मिलने देने का अनुरोध किया है। जाधव को अप्रैल में पाकिस्तान के सैन्य न्यायाधिकरण ने जासूसी और आतंकवाद का दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनायी थी जिसे भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में चुनौती थी और यह मामला अभी लंबित है।
उल्लेखनीय है कि हाल में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गंभीर बीमारी से ग्रस्त पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय मेडिकल वीजा देने की सिफारिश करने में देरी के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अज़ीज़ की कड़ी खिंचाई करते हुए कहा था कि उनकी सिफारिश मिलते ही पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत वीजा दिया जाएगा।
स्वराज ने पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में मौत की सजा पाए कुलभूषण जाधव की मां अवंतिका जाधव के वीजा आवेदन को लंबित रखने के लिए भी पाकिस्तान सरकार को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था कि भारत में इलाज कराने के लिए मेडिकल वीजा के इच्छुक सभी पाकिस्तानी नागरिकों के प्रति मेरी सहानुभूति है। मुझे भरोसा है कि अज़ीज़ को अपने देश के नागरिकों की चिंता है। पाकिस्तानी नागरिकों को मेडिकल वीजा देने के लिए हमें सिर्फ उनकी सिफारिश की ज़रूरत है।
विदेश कार्यालय की प्रवक्ता नफीस जकारिया ने अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में उस बात पर खेद जताया कि भारत में पाकिस्तानी मरीजों को इलाज के लिए मेडिकल वीजा को मंजूर करने के लिए शर्तें रखी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अजीज से सिफारिश किए जाने के लिए कहना राजनयिक मानकों के खिलाफ है। (वार्ता)