कोझिकोड। दुबई से आ रहे विमान के एकाएक खाई में गिर जाने से यहां चारों ओर चीख-पुकार, खून से सने कपड़े, डरे सहमे रोते हुए बच्चे और एंबुलेंस के सायरन की आवाजों ने क्षेत्र को दहला दिया। हादसे की वजह से हुई तेज आवाज सुन स्थानीय लोग मदद से दौड़े चले आए। विमान में सीटों के नीचे फंसे हुए बच्चों को देख उनके दिल भी दहल उठे।
दुबई से 190 लोगों के साथ आ रही एअर इंडिया एक्सप्रेस की एक उड़ान शुक्रवार को यहां भारी बारिश के बीच लैंडिंग के दौरान हवाईपट्टी पर फिसलने के बाद खाई में जा गिरी। लैंडिंग से पहले 2 बार हवा में चक्कर लगाया और गिरने के बाद 2 हिस्सों में टूटा प्लेन और उसमें सवार 17 लोगों की मौत हो गई।
विमान तेज आवाज के साथ दो बड़े टुकड़ों में टूट गया और यात्रियों को समझ ही नहीं आया कि पल भर में क्या हो गया। इलाके में चीख पुकार मच गई। बारिश के बीच, स्थानीय नागरिकों और पुलिस सहित बचाव कर्मियों ने विमान से घायल पुरुष और महिलाओं को बाहर निकालने में फुर्ती दिखाई।
बचावकर्मियों ने लोगों को बाहर निकाला। इस दौरान चार से पांच साल के छोटे बच्चे बचाव कर्मियों की गोद में चिपके दिखाई दिए और यात्रियों का सारा सामान यहां वहां बिखरा था। तेज आवाज सुन कर स्थानीय लोग भी मदद के लिए दौड़ पड़े।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि तेज आवाज सुन कर वह हवाईअड्डे की ओर भागे। उन्होंने कहा, 'छोटे बच्चे सीटों के नीचे फंसे हुए थे और यह बेहद दुखद था। बहुत से लोग घायल थे। उनमें से कई की हालत गंभीर थी।
उन्होंने कहा कि पैर टूटे हुए थे...मेरे हाथ और कमीज घायलों के खून से सनी हुई थी।'
बचाव अभियान में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि घायल पायलट को विमान से कॉकपिट तोड़कर निकाला गया। जब तक एंबुलेंस मौके पर पहुंचती लोगों ने यात्रियों को कारों से कोझीकोड और मलाप्पुरम जिले के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाना शुरू कर दिया था। (इनपुट भाषा)