महाशक्ति अमेरिका के शक्तिशाली राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 एवं 25 फरवरी को भारत यात्रा पर रहेंगे। उन्हें भारत में पूरी सुरक्षा मिलेगी, लेकिन वे भी पूरी चाक-चौबंद सुरक्षा के साथ भारत आ रहे हैं।
आसमान में जहां उनके पास अनेक खूबियों वाला विमान 'एयरफोर्स वन' है तो जमीन पर काले रंग की कार The Beast भी सुरक्षा उपकरणों से लैस है। इस कार पर बम और कैमिकल हमलों का भी असर नहीं होता।
क्या है इस कार The Beast की खासियत : अमेरिकी राष्ट्रपति की गाड़ी का नाम है द बीस्ट। ट्रम्प के पास यह कार 24 सितंबर 2018 में आई थी। इससे पहले के राष्ट्रपति कैडलक कारों का इस्तेमाल करते थे।
18 फुट की इस कार का दरवाजा 8 इंच मोटा है। इस पर केमिकल हमले का भी असर नहीं होता। पिछले हिस्से में ट्रंप समेत 5 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। ट्रंप की सीट के पास सैटेलाइट फोन के साथ ही पैनिक बटन भी है।
सुरक्षा की दृष्टि से अमेरिकी राष्ट्रपति की इस गाड़ी का कोई सानी नहीं है। इस कार की बॉडी स्टील प्लेट से बनी हुई है, जिस पर बम का असर भी नहीं होता। इसकी खिड़कियों में पॉलीकार्बोनेट से बने 5 लेयर वाले बुलेटप्रूफ शीशों का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही इसमें नाइट विजन कैमरा भी लगा हुआ है।
इस कार में अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरण हैं, जिनके चलते धमाके होने पर भी गाड़ी में बैठे लोग पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। सैटेलाइट से कनेक्टेड उपकरण होने के कारण राष्ट्रपति हमेशा अमेरिका से संपर्क में रहते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के काफिले में हथियारों से लैस कारें, युद्धपोत, खुफिया एजेंटों के साथ ही खोजी कुत्ते भी शामिल रहते हैं।