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Weather Updates: खगड़िया में भीषण गर्मी, राजस्थान और एमपी में धूलभरी आंधी की आशंका

हमें फॉलो करें Weather Updates: खगड़िया में भीषण गर्मी, राजस्थान और एमपी में धूलभरी आंधी की आशंका
नई दिल्ली , शनिवार, 3 जून 2023 (08:48 IST)
Weather Updates: अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान और मध्यप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और धूलभरी आंधी (dust storm) चलने की आशंका है। केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। तटीय ओडिशा और आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश (Light rain) संभव है। बिहार के खगड़िया में 42.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ है।
 
पटना से मिले समाचार के अनुसार पूरे बिहार में लू के थपेड़ों के जारी रहने के बीच पटना समेत राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार को दिन का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया जबकि खगड़िया जिले में राज्य का सर्वाधिक तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
 
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार को राज्य के 16 स्थानों पर अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया जबकि खगड़िया में 42.8 डिग्री सेल्सियस, पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर और सीवान के जीरादेई में 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
 
मौसम विभाग के अनुसार अगले 3-4 दिनों में राज्य में लू की स्थिति बनी रहने की आशंका है। बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भोजपुर और औरंगाबाद जिलों में भी अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस रहा।
 
इसी तरह गया में तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर में 41.7 डिग्री सेल्सियस, पूर्णिया में 41.1 डिग्री सेल्सियस, डेहरी 41.4 डिग्री में सेल्सियस, शेखपुरा 41.8  में डिग्री सेल्सियस, मोतिहारी में 41 डिग्री सेल्सियस, जमुई में 41.4 डिग्री सेल्सियस, बांका में 41.4 डिग्री सेल्सियस और नवादा में 41.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
 
अमित शाह ने बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को आगामी मानसून के मौसम में बाढ़ प्रबंधन के लिए समग्र तैयारियों और देश में बाढ़ की अक्सर होने वाली समस्या को कम करने के लिए व्यापक नीति बनाने के उपायों की समीक्षा की।
 
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक शाह ने बैठक में कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) मौजूदा समय में बारिश और बाढ़ संबंधी पूर्वानुमान पांच दिन के लिए जारी करते हैं लेकिन अगले मानसून सत्र में वे 7 दिन का पूर्वानुमान जारी करेंगे ताकि बाढ़ प्रबंधन में और सुधार हो।
 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में तमाम कोशिशें की जा रही हैं ताकि जान-माल की क्षति को न्यूनतम किया जा सके। शाह ने निर्देश दिया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) मार्च 2024 तक विस्तृत सॉफ्टवेयर तैयार करे जिस पर नवीनतम वैज्ञानिक आंकड़े सभी पूर्व चेतावनी एजेंसियों को मुहैया कराई जाएगी ताकि वे इनको आपदा प्रबंधन एजेंसियों को भेज सकें।
 
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे केंद्र और राज्य एजेंसियों के साथ समन्वय को मजबूत करें ताकि देश में बाढ़ और प्रमुख जल संग्रह क्षेत्रों व इलाकों का पूर्वानुमान लगाने की स्थाई व्यवस्था हो।
 
उत्तरकाशी के तपोवन में फंसे 'ट्रैकिंग' दल को बचाकर निकाला : उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के तपोवन में खराब मौसम के कारण फंस गए एक 'ट्रैकिंग' दल को शुक्रवार को बचाया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सात सदस्ईय 'ट्रैकिंग' दल को सुरक्षित गंगोत्री लाया गया है। दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।
 
पुलिस ने बताया कि नियंत्रण कक्ष को बुधवार को 'ट्रैकिंग' दल के तपोवन में फंसे होने की सूचना मिली थी जिस पर कार्रवाई करते हुए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को मौके पर भेजा गया। उन्होंने बताया कि इस टीम ने लगभग 24 किलोमीटर पैदल चलकर 'ट्रैकिंग' दल को खोज लिया गया। उस दल में 1 गाइड, 3 ट्रैकर एवं 3 पोर्टर शामिल थे।
 
उन्होंने बताया कि गंगोत्री से तपोवन की ओर जा रहा यह 'ट्रैकिंग' दल अचानक मौसम खराब होने के कारण बीच रास्ते में फंस गया था। इस दल में देहरादून निवासी राहुल चंदेल (38), उत्तरप्रदेश के मथुरा के रहने वाले मनोहर तोमर (28), उनके भाई देवेश तोमर (36), उत्तरकाशी के भटवाड़ी निवासी गाइड राकेश रावत तथा नेपाल मूल के 3 पोर्टर- कुष्णा, गणेश और तिलक शामिल थे।
 
स्काईमेट के अनुसारपश्चिमी विक्षोभ को जम्मू क्षेत्र पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है। राजस्थान के पश्चिमी भागों और आसपास के क्षेत्रों पर एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। 5 जून तक दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से 6 जून तक उसी क्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है।(एजेंसियां)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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