नई दिल्ली। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर तक अपने पोर्टल पर कम से कम एक हजार उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया है।
आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने सोमवार को यहां बताया कि खादी का पोर्टल सात जुलाई को मात्र मास्क की बिक्री के साथ शुरू किया गया था जिसने थोड़े समय में ही देशभर में अपनी उपस्थिति दर्ज की है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पोर्टल पर 180 खादी उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध हैं और चार हजार से ज्यादा लोगों ने खरीदारी की है।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन कम से कम और दस उत्पाद पोर्टल पर बिक्री के लिए रखे जा रहे हैं और दो अक्टूबर को पोर्टल पर उपलब्ध उत्पादों की संख्या 1000 को पार कर जाएगी। इनमें वस्त्र, खाद्य पदार्थ, औषधि और सौंदर्य प्रसाधन शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि खादी उत्पादों का उद्देश्य स्वदेशी को बढ़ावा देना और स्थानीय शिल्पकारों को सशक्तिकरण करना है। पोर्टल से शिल्पकारों को अपने उत्पादों को बेचने के लिए नया बाजार उपलब्ध होगा। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम है। उन्होंने बताया कि पोर्टल पर उपलब्ध उत्पादों की कीमत 50 रुपए से लेकर 5000 रुपए तक है।
सक्सेना ने बताया कि पोर्टल पर उन क्षेत्रों से भी लोग खरीद कर रहे हैं जहां खादी उत्पादों की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। ये आर्डर 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से मिले हैं। इनमें अंडमान निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, केरल, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर शामिल हैं। खादी आयोग ने 599 रुपए और इससे अधिक राशि की खरीदारी पर मुफ्त आपूर्ति की व्यवस्था की है। ये आर्डर स्पीड पोस्ट से भेजे जाते हैं।(वार्ता)