नई दिल्ली। रविवार को 'करवा चौथ' का चंद्रमा दिल्ली में रात 8.15 पर दिखाई दिया और अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखने वाली सुहागनों ने पूजा करने के बाद छलनी से चांद को देखने के बाद उनके हाथ से पानी पीकर व्रत को तोड़ा। सुहागनों ने सुबह 4 बजे से निर्जल ये उपवास रखा हुआ था। देश के कई अन्य हिस्सों में भी करवा चौथ का चंद्रमा उदीत होते ही करोड़ों सुहागनों ने जल पीकर यह उपवास तोड़ा।
सरहदों पर रहने वाले देश के लाखों बहादुर सैनिकों और अधिकारियों की पत्नियों ने भी उपवास रखा हुआ था। उन्होंने भी उपवास तोड़ा। बीएसएफ के जवान सुधीर कुमार जम्मू में तैनात थे और दिल्ली में उनकी पत्नी सुनीता ने उनसे बात की। सुनीता ने अपने पति से कहा कि मेरा करवा चौथ का उपवास एबीपी टीवी के माध्यम से हो रहा है। मैं बहुत खुश हूं। न्यूज चैनल में मेरा करवा चौथ यादगार बना दिया। ये मेरे लिए बहुत स्पेशल है।
सुनीता के संदेश के बाद उनके पति सुधीर कुमार ने कहा कि तुम पूजा करने के बाद उपवास तोड़ लेना। मैं सुबह से तुम्हें याद कर रहा था। तुम अपना ध्यान रखना। मैंने भी यहां पर उपवास रख रखा है। तुम पूजा के बाद कॉल करना ताकि मैं भी अपना उपवास तोड़ सकूं।
एबीपी न्यूज के माध्यम से दिल्ली में बीएसएफ कैंप में कई महिलाओं ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। सामुहिक रूप से उपवास रखा। कई महिलाओं के पति पिछले साल साथ थे लेकिन इस बार वे देश की रक्षा कर रहे हैं। महिलाओं ने कहा कि हम अपने पति की सलामती और लंबी उम्र के लिए उपवास रखती है। चूंकि वे सरहद पर हैं, इसलिए हम यहीं से उन्हें अपनी शुभकामनाएं दे रही हैं।
गाजियाबाद में रहने वाली प्रीति पाठक के पति बीएन पाठक श्रीनगर में तैनात हैं। करवा चौथ पर उन्होंने अपनी पत्नी को कहा कि मैं देश की सभी महिलाओं को शुभकानाएं देना चाहता हूं। वे सभी खुश रहें और अच्छे से यह पर्व मनाएं। बीएन पाठक ने कहा कि मुझे इस बात का गर्व है कि देश की रक्षा करते हुए मैं अपनी पत्नी से बात करता रहा हूं। मुझे भगवान शक्ति दे कि मैं सीमा पर देश की रक्षा करता रहूं।
उन्होंने अपनी पत्नी के लिए कहा कि जैसे वे मेरी सलामती के लिए प्रार्थना करती हैं, मैं भी उनके लिए करता हूं। प्रीति ने कहा कि पति जब वापस आएंगे तो मैं उनसे अपना उपहार ले लूंगी। उन्होंने कहा कि करवा चौथ पर मैं पहले फोटो देखकर उपवास तोड़ लेती थी लेकिन अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के कारण बात करने के बाद उपवास खोलती हूं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अपने निवास पर धर्मपत्नी साधना को करवा चौथ पर जल पिलाकर व्रत का पारण करवाया। 'करवा चौथ' के इस पावन पर्व पर माँ करवा से शिवराज ने यही प्रार्थना कि देश-प्रदेश की हर माँ, बहन, बेटी की मनोकामना पूरी हो। प्रत्येक घर में सुख, समृद्धि और मंगल का वास हो।'
करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा क्यों करते हैं? : क्या आप जानते हैं कि करवा चौथ पर चंद्रमा को क्यों पूजा जाता है? करवा चौथ के खास मौके पर आइए आपको बताते हैं कि आखिर क्यों हम शादी के बाद पर्वों पर चंद्रमा को पूजते हैं?
करवा चौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा की मुख्य वजह है कि जिस दिन भगवान गणेश का सिर धड़ से अलग किया गया था उस दौरान उनका सिर सीधे चंद्रलोक चला गया था। पुरानी मान्यताओं के मुताबिक, कहा जाता है कि उनका सिर आज भी वहां मौजूद है। चूंकि गणेश को वरदान था कि हर पूजा से पहले उनकी पूजा की जाएगी इसलिए इस दिन गणेश की पूजा तो होती है साथ ही गणेश का सिर चंद्रलोक में होने की वजह से इस दिन चंद्रमा की खास पूजा की जाती है।
गौरतलब है कि इस दिन भगवान शंकर, पार्वती और कार्तिकेय की भी पूजा की जाती है। पार्वती की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि हर सौभाग्य व्रत की तरह पार्वती जी ने कठिन तपस्या कर भगवान शंकर को हासिल किया था और अखंड सौभाग्यवती का वरदान प्राप्त किया था।
जिस तरह पार्वती जी को अखंड सौभाग्य का वरदान मिला था ठीक उसी तरह का सौभाग्य पाने के लिए सभी महिलाएं उपवास रखती है। यह व्रत पति-पत्नी के लिए प्रणय निवेदन व एक-दूसरे के प्रति पूर्ण समर्पण, अपार प्रेम, त्याग व विश्वास की चेतना लेकर आता है। (वेबदुनिया न्यूज)