बीदर (कर्नाटक)। सीएए और एनआरसी को लेकर छात्रों को नाटक करने की कथित तौर पर अनुमति देने के लिए एक स्थानीय स्कूल के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। इस नाटक में कथित रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खराब छवि पेश की गई थी।
शाहीन स्कूल के प्रबंधन पर भादंसं की धारा 124 (ए) और 153 (ए) के तहत ‘विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने’ के लिए भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता नीलेश रक्षयाल की शिकायत पर 26 जनवरी को मामला दर्ज किया गया।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि स्कूल के अधिकारियों ने 21 जनवरी को नाटक मंचन में छात्रों का ‘इस्तेमाल’ किया जहां उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को लेकर मोदी के लिए ‘असभ्य’ भाषा का इस्तेमाल किया।
रक्षयाल ने कहा कि प्रबंधन ने मुस्लिमों के बीच ‘भय’ पैदा करने की कोशिश की कि अगर सीएए और एनआरसी को लागू किया जाता है तो उन्हें देश छोड़ना होगा। शिकायत में कहा गया है कि बाद में एक स्थानीय निवासी ने कार्यक्रम का वीडियो फेसबुक पेज पर डाल दिया। पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।