नई दिल्ली। कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला के भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता देने से आक्रोशित कांग्रेस ने इस फैसले के खिलाफ बुधवार रात उच्चतम न्यायालय का रुख किया और प्रधान न्यायाधीश से तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
कांग्रेस ने प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा से अनुरोध किया कि वे आज रात ही इस मामले पर अविलंब सुनवाई करें क्योंकि येदियुरप्पा कल सुबह नौ बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पार्टी ने राज्यपाल के फैसले को चुनौती देने वाली अपनी याचिका पर आज रात ही सुनवाई का अनुरोध किया है।
सिंघवी ने ने कहा कि हमने उच्चतम न्यायालय के समक्ष याचिका दाखिल की है और रजिस्ट्रार से अनुरोध किया है कि वह इसपर आज रात ही सुनवाई की अनुमति दें। उन्होंने कहा कि तत्काल सुनवाई का अनुरोध इसलिये किया गया है क्योंकि मामला बेहद गंभीर है।
कांग्रेस ने राज्यपाल के फैसले को ‘लोकतंत्र की हत्या और संविधान को कुचलना’ करार दिया। इससे पहले देर शाम में राज्यपाल वाला ने येदियुरप्पा को सरकार बनाने और कल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का न्योता दिया। उन्होंने येदियुरप्पा से पद संभालने के 15 दिन के भीतर विश्वास मत हासिल करने को कहा।
सिंघवी को वाला के फैसले के खिलाफ कांग्रेस की कानूनी चुनौती का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने ‘अविलंब याचिका’पर सुनवाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिये उच्चतम न्यायालय के रजिस्ट्रार से मुलाकात की। कांग्रेस ने कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनाने के कदम को ‘अवैध और कानून और संविधान के खिलाफ’बताया है।
कांग्रेस ने येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिये 15 दिन का वक्त दिए जाने को खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देने वाला बताया। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा, कांग्रेस और जद (एस) के विधायकों को तोड़ने की कोशिश करेगी। (भाषा)