नई दिल्ली। गुजरात में पाटीदारों को ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण देने के वादे के मुद्दे पर कांग्रेस अंतिम फैसला कर सकती है। यह जानकारी गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ पटेल ने दी।
हार्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार समुदाय का समर्थन कांग्रेस को देने के लिए शर्त रखी है कि पार्टी ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर पहले अपना रुख साफ करे।
सिद्धार्थ पटेल ने गुजरात उच्च न्यायालय के वकील बाबूभाई मंगूकिया के साथ रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जाने-माने वकील कपिल सिब्बल से मुलाकात की। सिब्बल से मुलाकात के बाद पटेल ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी आलाकमान सोमवार को इस मुद्दे पर फैसला कर सकता है।
हार्दिक ने साफ कर दिया है कि वे अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन तभी करेंगे, जब पार्टी पाटीदारों को ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण देने को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर करे। उन्होंने कांग्रेस की ओर से रुख साफ करने के लिए 7 नवंबर की समयसीमा तय की है। सिब्बल ने कहा कि उन्होंने आरक्षण के बारे में अपनी राय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बता दी है।
उन्होंने पत्रकारों को बताया कि मैंने विस्तार से संविधान पढ़ा है और पार्टी आलाकमान को (आरक्षण के बारे में) अपने नजरिए से अवगत करा दिया है। गुजरात कांग्रेस के नेताओं से अपनी मुलाकात पर सिब्बल ने कहा कि उन्होंने कोटा के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि बहरहाल, इस मुद्दे पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान की ओर से किया जाएगा। मैं अभी (पटेलों को) आरक्षण के मुद्दे के बारे में कुछ नहीं कह सकता। सिद्धार्थ पटेल ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान पटेलों के लिए आरक्षण के मुद्दे पर सोमवार को फैसला कर सकता है। (भाषा)