'News Click' case : दिल्ली पुलिस ने पत्रकार उर्मिलेश और अभिसार शर्मा से दोबारा पूछताछ की

Webdunia
गुरुवार, 5 अक्टूबर 2023 (23:03 IST)
News Click case: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने गुरुवार को 'न्यूज क्लिक' विदेशी फंडिंग मामले में पत्रकार उर्मिलेश (Urmilesh) और अभिसार शर्मा (Abhisar Sharma) से इस सप्ताह दूसरी बार पूछताछ की, वहीं यहां की एक अदालत ने अधिकारियों को गैरकानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम (UAPA) के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार 2 लोगों को प्राथमिकी की उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
 
यूएपीए के तहत दायर एक मामले में समाचार पोर्टल 'न्यूजक्लिक' के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ और मानव संसाधन (एचआर) विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था और उस घटना के 2 दिन बाद यह पूछताछ हो रही है। 'न्यूजक्लिक' पर केंद्र सरकार के बारे में कथित तौर पर फर्जी विमर्श को बढ़ाने के लिए चीन से पैसे प्राप्त करने का आरोप है।
 
अधिकारियों ने बताया कि दोनों पत्रकार लोधी कॉलोनी स्थित दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के कार्यालय दोपहर बाद गए और जांच में शामिल हुए। दोनों करीब 6 घंटे की पूछताछ के बाद कार्यालय से बाहर निकले। विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एच.जी.एस. धालीवाल शाम 7 बजे कार्यालय पहुंचे तब तक दोनों पत्रकारों से पूछताछ जारी थी।
 
सूत्रों ने बताया कि जिन अन्य आरोपियों से मंगलवार को पूछताछ की गई, उन्हें आने वाले दिनों में एक और दौर की पूछताछ का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों ने बताया था कि मंगलवार को 'न्यूज क्लिक' से जुड़े 46 पत्रकार और योगदान दाताओं से पूछताछ की गई थी और लैपटॉप एवं मोबाइल फोन सहित डिजिटल उपकरणों तथा दस्तावेजों को जांच के लिए जब्त किया गया था।
 
पत्रकार निकायों ने गुरुवार को पत्रकारों के परिसरों पर पुलिस की छापेमारी पर चिंता जताई और सरकार से निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की अपील की। उनका कहना था कि सरकार को प्रेस की आजादी का सम्मान करना चाहिए। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हरदीप कौर ने दिल्ली पुलिस को दोनों को प्राथमिकी की एक प्रति मुहैया कराने का निर्देश दिया। इस संबंध में विस्तृत आदेश का इंतजार है।
 
सुनवाई के दौरान चक्रवर्ती के वकील ने दिल्ली पुलिस द्वारा उनके मुवक्किल की गिरफ्तारी का आधार लिखित में बताए जाने का अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा कि किसी आरोपी की गिरफ्तारी का आधार बताना एक संवैधानिक सुरक्षा है।
 
वकील ने उच्चतम न्यायालय और दिल्ली उच्च न्यायालय के कुछ फैसलों का हवाला दिया और कहा कि उनके मुवक्किल के खिलाफ यूएपीए के तहत कथित अपराध गंभीर हैं लेकिन अभियोजन द्वारा आरोपी को प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध कराने से इंकार का कोई वैधानिक आधार नहीं है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश हुए पुरकायस्थ के वकील ने कहा कि प्राथमिकी की प्रति प्राप्त करना आरोपी का अधिकार है।
 
विशेष लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने उच्चतम न्यायालय के एक फैसले का हवाला दिया और कहा कि आरोपियों को पुलिस आयुक्त के पास जाना होगा जो अनुरोध पर विचार करने के लिए एक समिति गठित करेंगे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उर्मिलेश और अभिसार शर्मा से विशेष प्रकोष्ठ के लोधी कॉलोनी कार्यालय में पूछताछ की गई।
 
शर्मा ने मंगलवार की पूछताछ के बाद कहा था कि वे इस कार्रवाई से भयभीत नहीं हैं और सरकार से कड़े सवाल पूछते रहेंगे। दिल्ली पुलिस द्वारा बुधवार को अदालत में सौंपी गई 'रिमांड प्रति' के मुताबिक पुरकायस्थ और उनके सहयोगियों जोसफ राज, अनूप चक्रवर्ती (अमित चक्रवर्ती का भाई) और बप्पादित्य सिन्हा (वर्च्यूनेट सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के प्रवर्तक) ने गैर कानूनी तरीके से विदेश से धन प्राप्त किया।
 
पुलिस ने अदालत को बताया कि यह जानकारी मिली है कि उपरोक्त राशि गौतम नवलखा, तीस्ता सीतलवाड़ से जुड़े जावेद आनंद, तमारा, जिबरान, उर्मिलेश, अरात्रिका हलदर, प्रजंय गुहा ठाकुरता, त्रिना शंकर, अभिसार शर्मा आदि में वितरित की गई। ऑल इंडिया न्यूजपेपर एडिटर्स कॉन्फ्रेंस (एआईएनईसी) ने 'न्यूज क्लिक' से जुड़े मामले में कई पत्रकारों के परिसरों पर पुलिस की छापेमारी पर चिंता जताई और सरकार से निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की अपील की।
 
एआईएनईसी ने कहा कि यह अहम है कि जांच एजेंसियां अगर कोई वास्तविक अपराध हो तो कार्रवाई करे लेकिन अपनी शक्तियों का इस्तेमाल पत्रकारों की आवाज दबाने या उन्हें धमकाने में न करे। इसने कहा कि प्रेस की आजादी लोकतंत्र का स्तंभ है और यह सरकार का कर्तव्य है कि वह मीडिया की आजादी को कायम रखे।
 
एक अन्य संगठन यूथ जनर्लिस्ट एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि वह उन पत्रकारों के साथ खड़ा है, जो अपना काम निष्ठा एवं ईमानदारी से करते हैं लेकिन वह उन लोगों का समर्थन नहीं करेगा, जो राष्ट्रहित के खिलाफ काम करते हैं और भारतविरोधी दुष्प्रचार का हथियार बनने के लिए चीन से धन लेते हैं या किसी भी तरह की राष्ट्रविरोधी गतिविधि में शामिल हैं।
 
पुलिस ने दिल्ली और अन्य राज्यों के 88 ठिकानों पर मंलगवार को छापेमारी की थी। अधिकारियों ने बताया था कि मंगलवार को 'न्यूज क्लिक' से जुड़े 46 पत्रकार और योगदान दाताओं से पूछताछ की गई थी और लैपटॉप एवं मोबाइल फोन सहित डिजिटल उपकरणों तथा दस्तावेजों को जांच के लिए जब्त किया गया था।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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