केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू में कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद लोगों को अब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok) के भारत में एकीकरण की दुआ करनी चाहिए। जितेंद्र सिंह ने विशेष दर्जा रद्द किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटे जाने के बाद मुख्यधारा की राजनीति के नेताओं की गिरफ्तारी और घाटी में संचार पर लगी पाबंदियों को भी तवज्जो नहीं दी। इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि अब पाकिस्तान से सिर्फ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर बातचीत होगी।
सिंह ने कहा कि हम खुशकिस्मत हैं कि यह (विशेष दर्जा रद्द किया जाना) हमारे जीवनकाल में हुआ। यह हमारी तीन पीढ़ियों के बलिदान के कारण संभव हुआ।
उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कदम के बाद, आइए हम Pok को पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्त कराने और इसे संसद में (1994 में) सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव के अनुरूप देश का अभिन्न हिस्सा बनाने की सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हैं।
जितेंद्र सिंह ने कहा कि हम दुआ करें कि हम Pok का देश में एकीकरण होता हुआ और लोगों को बेरोकटोक मुजफ्फराबाद (पीओके की राजधानी) जाते देखें।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की गिरफ्तारियों की आलोचना करने को लेकर कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि इसे अनावश्यक ही एक बड़ा मुद्दा बना दिया गया। उन्होंने कहा कि ये लोग जिम में पसीना बहा रहे हैं, पुस्तकें पढ़ रहे हैं और यहां तक कि हॉलीवुड मूवी ऑर्डर कर रहे तथा देख रहे हैं।