अहमदाबाद। गुजरात में दलित आंदोलन के रास्ते विधानसभा पहुंचे जिग्नेश मेवाणी भाजपा, नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी पर हमले का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं।
जिग्नेश ने ट्वीट कर कहा है कि गुजरात में शराब बंदी होने के बावजूद हर साल गैर कानूनी रूप से 25 हजार करोड़ रुपए की शराब बेची जा रही है। यह पैसा किसके पास जा रहा है?
उन्होंने ट्वीट में तीन नाम भी लिखे हैं। उन्होंने परोक्ष रूप से कहा है कि शराबखोरी से मिलने वाला पैसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के पास जा रहा है। जिग्नेश के ट्वीट के जवाब में महेन्द्र गुप्ता ने कहा कि वो बात अलग है कि भाई 12वीं में दो बार फेल है पर नेता बनते ही लाखों-करोड़ों का हिसाब आने लग गया। ये दलितों या गरीबों का भला जरूर करेगा। अच्छा पैसा कमाएगा। इसकी अभी और 5 साल बाद की सम्पति का ब्योरा नोट कर लेना।
एक अन्य व्यक्ति ने ट्वीट किया कि आप दलितों के मसीहा हैं। आपके पास कल बीएमडब्ल्यू और ऑडी होगी, लेकिन जिन दलितों के लिए आप लड़ रहे हैं उनके पास कुछ नहीं होगा। सुधीर तिवारी नामक ट्विटर हैंडल से कहा गया कि आरएसएस की तिजोरी मे जा रहा है। इसी पैसे से वो मीडिया को खरीदते हैं। दंगाइयों और नफरत फैलाने वालों को प्रोत्साहित करते हैं।