कश्मीर घाटी में 9 अप्रैल को हुए उपचुनावों के दौरान हुई पत्थरबाजी और हिंसा कोई अचानक से नहीं हुई बल्कि यह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की सोची-समझी साजिश थी। घाटी में आईएसआई के ओवरग्राउंड ऑपरेटिव्स और पाक खुफिया एजेंसी ने समन्वित तौर पर साजिश रची थी ताकि पोलिंग स्टेशंस पर हमले करवाकर वे अपनी ताकत को दिखा सकें।
मेल टुडे के संवाददाता का कहना है कि इस आशय की जानकारी मिलिट्री इंटेलीजेंस से जुड़े सूत्रों ने दी है। रिपोर्ट के मुताबिक सेना से जुड़े सूत्रों ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान समर्थित आतकंवादी समूहों ने चुनावों में बाधा डालने के लिए अपने लोकल नेटवर्क से हिंसा और पत्थरबाजी करवाई। उन्होंने ऐसा अपनी ताकत दिखाने के लिए किया।
उल्लेखनीय है कि 9 अप्रैल को कश्मीर में उपचुनाव हो रहे थे और इस दौरान वहां हिंसा हो गई थी जिसमें करीब 8 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, वहीं इसके चलते केवल 2 प्रतिशत वोटिंग ही हुई थी।