स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल की विवादित टिप्पणी से नाराज भारतीय हैकर्स ने 17 लाख स्नैपचैट यूजर्स के डाटाबेस को लीक कर दिया गया है। अमेरिकी न्यूज पोर्टल 'वैरायटी' ने शनिवार को स्नैपचैट के पूर्व कर्मचारी एंथनी पोंपलियानो के हवाले से स्पीगल की टिप्पणी लिखी थी। एंथनी के अनुसार स्पीगल ने सितंबर 2015 में उनसे कहा था कि 'यह एप सिर्फ अमीरों' के लिए है। इसलिए वे इसे भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों में नहीं फैलाना चाहता।
अमेरिकी पोर्टल की इस खबर का असर यह हुआ कि एप स्टोर में शनिवार तक स्नैपचैट 'फाइव स्टार' मिला हुआ था, लेकिन रविवार सुबह तक यह 'सिंगल स्टार' पर पहुंच गई। इतना ही नहीं लोगों ने ट्विटर पर इस खराब रेटिंग देने के लिए अभियान चला दिया।
इसके बाद तो ज्यादातर कमेंट स्पीगल और स्नैपचैट की आलोचना करने वाले कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई। एक व्यक्ति ने लिखा कि मैं स्नैपचैट का आदी हो गया था, लेकिन मैं अपने देश को इस एप से ज्यादा प्यार करता हूं। देखते हैं बिना भारतीयों के आप कैसे कमाई करते हैं। बताया जाता है कि इस पूरे अभियान मिलते जुलते नाम स्नैपडील को भी नुकसान पहुंचा है।
हैकर्स ने इस डेटा को डार्कनेट पर लीक किया, ताकि वे भारत के खिलाफ की गई कंपनी की टिप्पणी के विरोध में असंतोष जाहिर कर सकें। भारतीय हैकर्स को दुनियाभर में बड़ी आईटी कंपनियां अपने सिस्टम में बग ढूंढने के लिए कहती हैं, ताकि यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। हैकर्स ने कहा कि उन्हें पिछले साल ही स्नैपचैट में बग मिला था, लेकिन एप का डेटा कभी लीक नहीं किया गया।
हैकर्स का कहना है कि स्नैपचैट के सीईओ के अहंकार ने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया। हैकर्स ने धमकी भी दी है कि यदि स्नैपचैट के सीईओ ने मांफी नहीं मांगी, तो उसके वर्चुअल वर्ल्ड में हमले होते रहेंगे।