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वक्फ बोर्ड मेंं बदलाव कर क्या अगस्त में फिर इतिहास रचने की तैयारी में मोदी सरकार?

हमें फॉलो करें वक्फ बोर्ड मेंं बदलाव कर क्या अगस्त में फिर इतिहास रचने की तैयारी में मोदी सरकार?

विकास सिंह

, सोमवार, 5 अगस्त 2024 (12:30 IST)
देश के इतिहास में अगस्त का महीना आजादी के माह के रूप में तौर पर जाना जाता है। वहीं अब मोदी सरकार अपने बड़े फैसलों से इतिहास के पन्नों में अगस्त माह को नए ढंग से दर्ज करने की तैयारी में दिखाई दे रही है। मोदी सरकार और अगस्त महीने के बीच एक अजब संयोग है। मोदी 2.0 सरकार की तर्ज पर मोदी 3.0 सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के अपने पहले संसद सत्र में आज 5 अगस्त को वक्फ एक्ट में संशोधन के प्रस्ताव को संसद में पेश कर सकती है। दरअसल केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार वक्फ बोर्ड अधिनियम में बड़े संशोधन करने के लिए तैयार है। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अधिनियम में लगभग 40 संशोधनों को मंजूरी दे दी है, जिसे वक्फ बोर्ड की शक्तियों को फिर से परिभाषित करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
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बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार वक्फ़ बोर्ड की किसी भी संपत्ति को "वक्फ संपत्ति" बनाने की शक्तियों पर अंकुश लगाना चाहती है। वर्तमान में वक्फ बोर्डों के पास करीब 9 लाख 40 हजार एकड़ में फैली करीब 8 लाख 72 हजार 321 अचल संपत्तियां हैं। चल संपत्ति 16,713 हैं.जिनकी अनुमानित कीमत 1.2 लाख करोड़ रुपये बताई जा रही हैय़ ये संपत्तियां विभिन्न राज्य वक्फ बोर्डों द्वारा प्रबंधित और नियंत्रित की जाती हैं।

संसद का मौजूदा  सत्र 12 अगस्त तक चलना  है, ऐसे  मेंं  अगर मोदी सरकार संसद में आज वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव  को  पेश करती है और इन संशोधनों  को संसद अपनी मंजूरी दे देती है तो 1954 में बना वक्फ बोर्ड अधिनियम का पूरा स्वरूप ही बदल जाएगा और यह तीसरी कार्यकाल में मोदी सरकार का अगस्त में किया पहला बड़ा फैसला साबित होगा।

दूसरी बार सत्ता में आने पर किए थे बड़े एलान- इससे पहले 2019 में प्रचंड बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता पर दूसरी बार काबिज होने पर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने 5 अगस्त की तारीख को लगातार दो साल दो बड़े फैसले कर इस तारीख को  इतिहास में दर्ज कर दिया है। प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर में धारा 370 को हटाने का ऐतिहासिक फैसला किया था वहीं ठीक एक साल बार 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर की आधारशिला अपने हाथों से रख कर 5 अगस्त की तारीख को इतिहास में दर्ज के साथ 1980 से भाजपा के गठन के बाद देश की जनता से उसके सबसे बड़े चुनावी वादे को पूरा कर दिया था।

5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटाने का ऐतिहासिक फैसला- 5 अगस्त को 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटा कर मोदी सरकार ने इस तारीख को इतिहास में दर्ज कर दिया था। देश की आजादी के बाद जम्मू कश्मीर में 70 साल से चल रहे विशेष कानून को मोदी सरकार ने एक झटके में खत्म कर जम्मू कश्मीर में नया इतिहास लिखा दिया था। 2019 में सत्ता में प्रचंड बहुमत के साथ वापसी करने के साथ नरेंद्र मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। मोदी सरकार ने न केवल अनुच्छेद 370 को खत्म किया बल्कि राज्य को दो भागों में बांटते हुए लद्दाख को नया केंद्रशासित प्रदेश बनाकर वहां के लोगों की सालों पुरानी मांग पूरा कर दिया है।

5 अगस्त को अयोध्या में राममंदिर निर्माण की आधारशिलाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को ही अयोध्या में राममंदिर का भूमिपूजन कर अपनी पार्टी भाजपा के देश की जनता से किए अपने सबसे पुराने वादे को पूरा कर दिया था। देश के सबसे बड़े और पुराने और जटिल अयोध्या विवाद का हल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में रहते हुए सुप्रीम कोर्ट से हल होना और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खुद अयोध्या जाकर भव्य राममंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करना लोग आज भी मोदी सरकार के सात सालों की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जाता है और इस बार लोकसभा चुनाव में राममंदिर का निर्माण भाजपा का सबसे बड़ा मुद्दा रहा। 

अगस्त में ही ट्रिपल तलाक से मुस्लिम महिलाओं को आजादी- अगस्त महीने में ही मोदी सरकार ने तीन तलाक पर कानून बनाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में मुस्लिम महिलाओं को सदियों पुराने कुप्रथा से आजादी दिला दी और वह मुस्लिम महिलाओं के बीच लोकप्रिय हो गए। दूसरी बार सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने संसद के अपने पहले सत्र में इस कानून को पास कराकर 1 अगस्त 2019 को मुस्लिम महिलाओं को एक नई आजादी दे दी है। सदियों से जो मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के डर के साए में जीने को मजबूर थी वह अब आत्मसम्मान के साथ अपनी जिंदगी जी रही है। 

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