नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर देश में बाघों के संरक्षण के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 'एक था टाइगर' से शुरू हुई कहानी को 'टाइगर जिंदा है' तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।
मोदी ने अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर 'ऑल इंडिया टाइगर इस्टीमेशन -2018' को जारी करते हुए कहा, आज हम बाघों के संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हैं। बाघ जनगणना के परिणाम हर भारतीय नागरिक को खुश करेंगे।
उन्होंने कहा कि 9 साल पहले सेंट पीटर्सबर्ग में वर्ष 2022 तक बाघों की संख्या को दोगुना का लक्ष्य पूरा करने का निर्णय लिया गया था। मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, आज हम गर्व से कह सकते हैं कि भारत में करीब 3000 बाघ हैं, जो बाघों में सबसे बड़ी संख्या में से एक हैं और बाघों के लिए देश सबसे सुरक्षित है।
प्रधानमंत्री ने देश में बाघ संरक्षण को बढावा देने के प्रयासों पर जोर देते हुए कहा, इस क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों से यह कहना चाहता हूं कि 'एक था टाइगर' से शुरू हुई कहानी को 'टाइगर जिंदा है' तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए। बाघ संरक्षण के प्रयासों का विस्तार किया जाना चाहिए। उनकी गति को ओर तेज किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी उपस्थिति थे।