onion rates in India : देश में प्याज की कीमतों पर महंगाई की मार पड़ी है। इसकी औसत खुदरा कीमत 57 प्रतिशत बढ़कर 47 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। रिजर्व बैंक प्रमुख शक्तिकांत दास ने भी अपने बयान में कहा था कि देश में महंगाई TOP अर्थात टमाटर, प्याज और आलू की वजह से बढ़ती है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत शुक्रवार को बढ़कर 47 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 30 रुपए प्रति किलोग्राम थी।
आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को प्याज की खुदरा कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि एक साल पहले समान अवधि में यह 30 रुपए प्रति किलोग्राम थी।
केंद्र ने खोला बफर स्टाक : उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह के अनुसार, हम अगस्त के मध्य से बफर स्टॉक से प्याज दे रहे हैं और कीमतों में और वृद्धि को रोकने तथा उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए हम खुदरा बिक्री बढ़ा रहे हैं।
मंत्रालय के अनुसार, जिन राज्यों में प्याज के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं वहां थोक और खुदरा बाजारों में बफर स्टॉक से प्याज दिया जा रहा है। इस स्टाक से पिछले 2 माह में 22 राज्यों में विभिन्न स्थानों पर बफर स्टॉक से करीब 1.7 लाख टन प्याज दिया गया।
किस भाव में सरकार बेच रही है प्याज : खुदरा बाजारों में, बफर स्टॉक के प्याज को 2 सहकारी निकायों भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFID) की दुकानों तथा वाहनों के जरिए 25 रुपए प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बेचा जा रहा है। दिल्ली में भी बफर स्टॉक का प्याज इसी रियायती दर पर बेचा जा रहा है।
क्यों बढ़े प्याज के दाम : मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मौसम संबंधी कारणों से खरीफ प्याज की बुआई में देरी के कारण कम फसल हुई और फसल की आवक में दरी हुई। भंडारित रबी प्याज खत्म होने और खरीफ प्याज के आगमन में देरी के कारण आपूर्ति की स्थिति खराब है, जिसके परिणामस्वरूप थोक और खुदरा दोनों बाजारों में कीमतें बढ़ रही हैं।