नई दिल्ली/इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (ISPR) के डीजी मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने गुरुवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 9 मार्च को शाम 6.43 पर बेहद तेज रफ्तार से एक मिसाइल भारत से पाकिस्तान की तरफ दागी गई।
हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने इसे पकड़ लिया, लेकिन यह तेजी से मियां चुन्नू इलाके में गिरी। भारत से पाकिस्तान पहुंचने में इसे 3 मिनट लगे। कुल 124 किलोमीटर दूरी तय की गई। 6.50 पर यह क्रैश हुई। कुछ घरों और प्रॉपर्टीज को नुकसान हुआ। यह मिसाइल भारत के सिरसा से दागी गई थी।
पाकिस्तान के कई लोग सोशल मीडिया पर दावा कर रहे हैं कि भारत से छोड़ी गई मिसाइल का नाम ब्रह्मोस है। डीजी ISPR ने भी माना यह प्रोजेक्टाइल सोनिक फ्लाइंग ऑब्जेक्ट या मिसाइल जैसा था और इसमें किसी तरह के हथियार या बारूद नहीं था।
भारत ने मानी गलती : हालांकि भारतीय रक्षा मंत्रालय ने मान लिया है कि यह घटना एक्सीडेंटल फायरिंग की वजह से हुई और रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार शाम जारी बयान में कहा कि 9 मार्च 2022 को रूटीन मेंटेनेंस के दौरान टेक्निकल वजहों से यह घटना हुई। सरकार ने इस घटना पर दुख जताते हुए मामले को गंभीरता से लिया है और कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी के ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं।
पाक ने भारतीय राजनयिक को किया तलब : पाकिस्तानी विदेश कार्यालय (एफओ) ने एक बयान में कहा कि भारतीय राजनयिक को उड़ने वाली भारतीय सुपर-सोनिक वस्तु द्वारा उसके हवाई क्षेत्र के कथित उल्लंघन के बारे में बताया गया। यह वस्तु भारत में सूरतगढ़ से 9 मार्च को स्थानीय समयानुसार शाम छह बजकर 43 मिनट पर पाकिस्तान में घुसी थी।
विदेश कार्यालय ने कहा कि भारतीय राजनयिक को बताया गया कि इस उड़ने वाली वस्तु को अविवेकपूर्ण तरीके से छोड़े जाने से न केवल असैन्य संपत्ति को नुकसान पहुंचा बल्कि इससे मानवीय जीवन पर भी खतरा पैदा हुआ। उसने कहा कि इससे पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में कई घरेलू/अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी खतरा पहुंचा और इसके चलते गंभीर विमान दुर्घटना हो सकती थी।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी इस घटना पर चिंता जताई। कुरैशी ने एक बयान में आरोप लगाया कि भारत ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करके निर्दोष लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया क्योंकि इससे सऊदी और कतर एयरलाइंस की उड़ानें, साथ ही साथ घरेलू उड़ानें भी प्रभावित हो सकती थी।
5 देशों को इसकी जानकारी देगा पाकिस्तान : उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के स्पष्टीकरण के बाद अपना अगला कदम तय करेगा। उन्होंने कहा कि पी-5 देशों (चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका) के दूतों को विदेश कार्यालय में बुलाया जाएगा और घटना के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत को इसके लिए जवाब देना होगा।
एयर वाइस मार्शल तारिक जिया ने कहा कि जिस समय पाकिस्तानी सेना द्वारा यह वस्तु उठाई गई थी, उस समय दो वायुमार्ग सक्रिय थे और कई वाणिज्यिक एयरलाइंस की उड़ानें क्षेत्र में थीं।
उन्होंने कहा यदि आप उड़ने वाली भारतीय सुपर-सोनिक वस्तु की गति और ऊंचाई को देखें, तो यह 40,000 फुट की ऊंचाई पर थी और एयरलाइंस की उड़ान 35,000 से 42,000 फुट की ऊंचाई के बीच थी। यह यात्रियों की सुरक्षा के लिए बहुत खतरा हो सकती थी।