नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने उत्तरप्रदेश समेत 6 राज्यों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए अगले 48 घंटों तक अलर्ट रहने को कहा है।
विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के अलावा उत्तराखंड, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय राज्यों में भारी से बहुत ज्यादा बारिश होने की चेतावनी जारी की है। यही नहीं, 13 जुलाई को पूर्वी उत्तरप्रदेश के लिए रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
इसके अलावा मौसम विभाग ने अगले 2 से 3 दिनों तक दिल्ली में बहुत हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग के अनुसार जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है, तब रेड अलर्ट जारी किया जाता है। यह रेड अलर्ट फिलहाल पूर्वी उत्तरप्रदेश के लिए है। जब यलो अलर्ट जारी होता, तब इसका मतलब होता है लोग सचेत रहें।
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि 12 जुलाई को उत्तराखंड, पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार में भारी से बहुत ज्यादा तेज बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल एंड सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और असम एंड मेघालय में भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश हो सकती है।
वहीं तमिलनाडु, पुडुचेरी एंड कराईकल, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, नगालैंड, मणिपुर एंड त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, कोस्टल कर्नाटक और कोंकण एंड गोवा में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग को अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरप्रदेश के लगभग सभी मंडलों में बारिश होने का अनुमान है। यह सिलसिला अगले 2 दिनों तक जारी रह सकता है।
पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में बारिश शुरू हो गई है। चंडीगढ़ में 9.6 मिलीमीटर बारिश हुई, हालांकि जम्मू-कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। श्रीनगर में अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटे के दौरान हल्की से लेकर मध्यम स्तर की बारिश हुई। दक्षिण गुजरात के ऊपर चक्रवाती प्रवाह और पछुआ हवाओं से आ रही नमी के कारण मुंबई क्षेत्र में बारिश की रफ्तार बढ़ गई है।
बलरामपुर में 55 गांव बाढ़ से घिरे : नेपाल से सटे उत्तरप्रदेश के बलरामपुर जिले में पिछले 2 दिनों से हो रही बारिश और पहाड़ी नालों के उफान के चलते करीब 55 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए है। बाढ़ के पानी में डूबकर अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने और उन्हें मदद पहुचाने के लिए एसडीआरएफ की 2 टीमें बुलाई है। बाढ़ के पानी के कारण तुलसीपुर-महराजगंज, पचपेड़वा-गौरा मार्ग बंद हो गया है।
बारिश और पहाड़ी नालों के उफान के चलते बलरामपुर सदर तथा तुलसीपुर तहसील क्षेत्रों के करीब 55 गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। पहाड़ी नाले के रास्ते में आने वाली अधिकांश सड़कें व पुलिया टूट गई हैं और सैकड़ों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गईं। लोग जान जोखिम में डालकर करीब 3 से 4 फीट गहरे बाढ़ के पानी में होकर रास्ता पार करने को मजबूर हैं। सबसे खराब हालात तुलसीपुर तहसील के महाराजगंज तराई और गौरा क्षेत्र की है।
भारी बारिश से बेहाल हुआ मेघालय, जनजीवन अस्त-व्यस्त : पिछले 5 दिनों से जारी मूसलधार बारिश से मेघालय में कई स्थानों पर अचानक बाढ़ आ गई है और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इसके कारण कई जगहों पर बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री किरमेन शायला ने बताया कि कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। जिला प्रशासनों को तत्काल कार्रवाई के लिए आपातकालीन अभियान संचालन केंद्र स्थापित करने के लिए कहा गया है। शायला ने बताया कि क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है।
ईस्ट खासी हिल्स की जिला उपायुक्त मत्सिउदोर वार नोंगबरी ने कहा कि जलजमाव के कारण कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने कहा कि जिले के कई गांव शिलांग से कट गए हैं, क्योंकि पिछले हफ्ते आई बाढ़ में सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
उन्होंने कहा कि मलबा हटाने और सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सोहरा (चेरापूंजी) में पिछले 4 दिनों में लगभग 1,000 मिलीमीटर बारिश हुई है।