नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है। इसी बीच एक खबर आई है कि बालाकोट हमले के बाद भारतीय सेना पाकिस्तान के साथ पारंपरिक युद्ध के लिए तैयार थी। इसमें पाकिस्तानी सीमा के अंदर जाना भी शामिल था।
खबरों के अनुसार बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने सरकार के प्रमुख लोगों को यह बात बता दी थी। खबरों के अनुसार पुलवामा आतंकी हमले के बाद सरकार जब हवाई हमले करने समेत विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही थी तब सेना प्रमुख ने सरकार को अपने बल की तैयारियों के बारे में बताया था।
सूत्रों ने कहा कि जनरल रावत ने सेवानिवृत्त हो रहे सैन्य अधिकारियों के एक समूह से बंद कमरे में बातचीत के दौरान सोमवार को कहा कि बालाकोट हमले के बाद बल पाकिस्तानी सेना द्वारा की जाने वाली किसी आक्रामकता से निपटने के लिए युद्धक रूप तैयार है।
जनरल रावत की टिप्पणी की व्याख्या करते हुए सेना के एक अधिकारी ने कहा कि सेना प्रमुख यह कहना चाह रहे थे कि सेना युद्ध को पाकिस्तानी सीमा में ले जाने के लिए तैयार थी।
खबरों के अनुसार सितंबर 2016 में उरी आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 11 हजार करोड़ रुपए के आयुध खरीद अनुबंधों को अंतिम रूप दिया था और उसे इसमें से 95 प्रतिशत उसे प्राप्त भी हो चुके हैं।