नई दिल्ली। देशभर में तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए बनाई गई अग्निपथ योजना के भयंकर विरोध के बीच थलसेना ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अग्निवीरों के लिए महत्वपूर्ण नियम व शर्तें जारी कर दी हैं। इन नियमों के अनुसार अग्निवीरों की ट्रेनिंग के बाद उन्हें देश की किसी भी यूनिट और रेजिमेंट में तैनात किया जा सकता है। इंडियन आर्मी में अग्निवीरों की भर्ती 'ऑल इंडिया ऑल क्लास' के आधार पर होगी। बता दें कि अभी तक सेना में भर्तियां धर्म, क्षेत्र और जारी के आधार पर होती आई थी।
इसके पहले देश में इन्फेंट्री रेजिमेंट के आधार पर भर्ती होती थी, जिसकी बदौलत देश में सिख रेजिमेंट, गोरखा रेजिमेंटम, राजपूत रेजिमेंट, गढ़वाल रेजिमेंट, जाट रेजिमेंट आदि कार्यरत हैं। लेकिन, अब सैनिकों की भर्ती देशभर की किसी भी यूनिट की जा सकती है। अब देश का कोई भी जवान किसी भी रेजिमेंट में भर्ती के लिए दावेदारी पेश कर सकता है। थल सेना की वेबसाइट joinindianarmy.nic पर अग्निवीरों की भर्ती से जुड़ी सभी गाइडलाइन्स अपलोड कर दी गई है।
थलसेना के नियमों के मुताबिक सभी जवानों को 1923 के ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का पालन करना होगा, जिसके अनुसार कोई भी सैनिक, सेना से जुड़ी किसी भी जानकारी को किसी से भी शेयर नहीं कर पाएगा।
इसके अलावा भारतीय थलसेना में अग्निवीरों को ये सुविधाएं दी जाएंगी।
1. सभी अग्निवीरों को 48 लाख रुपए का गैर-अंशदायी बीमा कवर मिलेगा।
2. मेडिकल लीव के अलावा अग्निवीरों को साल में 30 छुट्टियां मिलेंगी।
3. तय सैलरी के साथ-साथ अग्निवीरों को एक रेगुलर सैनिक की तरह यूनिफार्म एलाउंस, हार्डशिप एलाउंस, ट्रेवल एलाउंस, सीएसडी कैंटीन की सुविधा और स्वास्थ सुविधाएं भी दी जाएंगी।
4. अगर कोई सैनिक सेवा अवधि के दौरान देश के लिए अपनी जान गंवाता है तो उसके परिवार को 11 लाख के सेवा निधि पैकज के साथ इन्श्योरेंस कवर के रूप में 48 लाख तथा सरकार की ओर से एक्स-ग्रेशिया सहायता राशि के रूप में 44 लाख रुपए मिलेंगे।
5. पैकेज के रूप में सेवा निधि के 11 लाख के साथ बची हुई नौकरी की पूरी सैलरी अग्निवीर सैनिक के परिवार को दी जाएगी। इन सबको मिलाकर कुल 1 करोड़ रुपए मृतक सैनिक के परिवार को मिलेंगे।
6. रेगुलर सैनिक की तरह अग्निवीर सैनिक को दुश्मन के खिलाफ पराक्रम और शौर्य का प्रदर्शन करने के लिए वीरता मैडल भी मिलेंगे।
7. ड्यूटी के दौरान 100 प्रतिशत विकलांगता होने पर सैनिक को एक्सो ग्रेशिया के रूप में 44 लाख रूपए मिलेंगे। इसके अलावा बची हुई नौकरी की सैलरी और सेवा निधि पैकेज भी मिलेगा।
8. चार साल की सेवा के दौरान अग्निवीर अपनी मर्जी से सेना नहीं छोड़ सकते हैं। 4 साल की सेवा के बाद ही सेना छोड़ पाएंगे।
9. सेवा अवधि की समाप्ति के बाद 10.04 लाख का सेवा निधि पैकेज मिलेगा।
10. प्रति माह हर अग्निवीर को अपनी कुल सैलरी का 30 प्रतिशत जमा करना होगा, उतना ही सेना भी जमा करेगी। यही राशि रिटायरमेंट के बाद सेवा निधि पैकेज के रूप में दी जाएगी। रिटायरमेंट के बाद पेंशन और ग्रेजुएटी नहीं दी जाएगी।
11. अग्निवीरों की यूनिफॉर्म पर एक अलग टैग (बिल्ला) अंकित होगा, जो उन्हें अन्य सैनिकों से अलग करेगा।
12. सेवा अवधि के दौरान अगर कोई सैनिक सेना से बाहर हो जाता है, तो उसे सेवा निधि पैकेज उसके योगदान के आधार पर ही मिलेगा।
13. 18 साल से कम आयु वाले अग्निवीर अपने माता-पिता की आज्ञा से सेना में भर्ती हो सकते हैं।