भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद को देखते हुए भारत ने लद्दाख के चुमार-डेमचोक क्षेत्र में टी-90 और टी-72 टैंक तैनात कर दिए हैं। भारतीय सेना इन अत्याधुनिक टैंकों की मदद से -40 डिग्री में भी दुश्मनों को मात देने के लिए तैयार है।
तनाव को देखते हुए लद्दाख के करीब 8 विवादित क्षेत्रों में भारतीय सेना ने भयानक सर्दी में भी टिके रहने की खातिर योजनाएं अमल में लानी शुरू कर दी हैं। टी-90 और टी-72 टैंक भयानक सर्दी में भी दुश्मन के दांत खट्टे कर सकते हैं। ऐसे में इन टैंकों में तीन प्रकार के ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है ताकि सर्दियों में यह जम न जाए।
चीन सीमा पर सबसे बड़ा खतरा चीनी सैनिक नहीं बल्कि मौसम है, जिससे बचाव का प्रबंध उन्हें ठीक उसी प्रकार करना है जिस तरह से सियाचिन हिमखंड पर किया जा रहा है।
सीमा सड़क संगठन (BRO) ने 7 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बीच 43 महत्वपूर्ण ब्रिज का निर्माण कर दिया है। जम्मू-कश्मीर में 10, लद्दाख में 7, हिमाचल प्रदेश में 2, पंजाब में 4, उत्तराखंड में 8, अरुणाचल प्रदेश में 8, सिक्किम में 4 पुल बनकर तैयार हो गए हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पिछले कई महीनों से तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के बीच बने तनाव को शांत करने के लिए कई बार सैन्य कमांडर स्तर की बैठकें हुई लेकिन इसका कोई हल नहीं निकल सका।
भारत की तरफ से चीन को दो टूक कहा गया है कि वह पैंगोंग झील समेत एलएसी पर सभी स्थानों पर अप्रैल की स्थिति बहाल करे और अपनी सेना को तुरंत पीछे हटाए।