नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के दौरे से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर आई है। अमेरिका की शोध संस्थान वर्ल्ड पॉपुलेशन रीव्यू की रिपोर्ट में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बताया है। रिपोर्ट जारी करने वाला अमेरिकी का वर्ल्ड पॉपुलेशन रीव्यू एक स्वतंत्र संगठन है।
2.94 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ भारत ने साल 2019 में ब्रिटेन और फ्रांस को पीछे छोड़ दिया है। केंद्र की मोदी सरकार ने अगले 5 साल के भीतर भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का टारगेट रखा है।
वर्ल्ड पॉपुलेशन रीव्यू ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आत्मनिर्भर बनने की पूर्व की नीति से भारत अब आगे बढ़ते हुए एक खुली बाजार वाली अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित हो रहा है।
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 2.83 ट्रिलियन डॉलर है, जबकि फ्रांस का 2.7 ट्रिलियन डॉलर है। क्रयशक्ति समानता (पीपीपी) के आधार पर भारत का जीडीपी 10.51 ट्रिलियन डॉलर है और यह जापान तथा जर्मनी से आगे है।
हालांकि भारत में अधिक आबादी के कारण प्रति व्यक्ति जीडीपी महज 2,170 डॉलर है, जबकि अमेरिका में प्रति व्यक्ति जीडीपी 62,794 डॉलर है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत की रियल जीडीपी वृद्धि दर लगातार तीसरी तिमाही में कमजोर रह सकती है और 5 प्रतिशत के आसपास रह सकती है।
रिपोर्ट में कांग्रेस के दौर में आर्थिक उदारीकरण की तारीफ भी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में आर्थिक उदारीकरण 1990 की दशक में शुरू हुआ है। उद्योगों को नियंत्रणमुक्त किया गया और विदेशी व्यापार एवं निवेश पर पर नियंत्रण कम किया। सरकारी कंपनियों का निजीकरण किया गया। ऐसे फैसलों से भारत को आर्थिक वृद्धि तेज करने में सहायता मिली।
जीडीपी ग्रोथ के मामले में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है। हाल में कई रेटिंग एजेसियों ने भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया है। रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने वर्ष 2020 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ग्रोथ अनुमान को घटा दिया है।
मूडीज ने यह अनुमान 6.6 फीसदी से घटाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही मूडीज ने 2021 में जीडीपी बढ़त के अनुमान को भी 6.7 प्रतिशत से घटाकर 5.8 प्रतिशत कर दिया है।