Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

भारत में दुनिया में सर्वाधिक असमानता, सिर्फ 1 प्रतिशत लोगों के पास है राष्ट्रीय आय का 22 फीसदी

हमें फॉलो करें भारत में दुनिया में सर्वाधिक असमानता, सिर्फ 1 प्रतिशत लोगों के पास है राष्ट्रीय आय का 22 फीसदी
, बुधवार, 8 दिसंबर 2021 (09:56 IST)
नई दिल्ली। भारत एक गरीब और काफी असमानता वाले देशों की सूची में शामिल हो गया है, जहां वर्ष 2021 में 1 फीसदी आबादी के पास राष्ट्रीय आय का 22 फीसदी हिस्सा है जबकि निचले तबके के पास 13 फीसदी है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
 
'विश्व असमानता रिपोर्ट 2022' शीर्षक वाली रिपोर्ट के लेखक लुकास चांसल हैं, जो 'वर्ल्ड इनइक्यूलैटी लैब' के सह-निदेशक हैं। इस रिपोर्ट को तैयार करने में फ्रांस के अर्थशास्त्री थॉमस पिकेट्टी समेत कई विशेषज्ञों ने सहयोग दिया है।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अब दुनिया के सर्वाधिक असमानता वाले देशों की सूची में शामिल हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत की वयस्क आबादी की औसत राष्ट्रीय आय 2,04,200 रुपए है जबकि निचले तबके की आबादी (50 प्रतिशत) की आय 53,610 रुपए है और शीर्ष 10 फीसदी आबादी की आय इससे करीब 20 गुना (11,66,520 रुपए) अधिक है।
 
रिपोर्ट के मुताबिक भारत की शीर्ष 10 फीसदी आबादी के पास कुल राष्ट्रीय आय का 57 फीसदी, जबकि 1फीसदी आबादी के पास 22 फीसदी है, वहीं नीचे से 50 फीसदी आबादी की इसमें हिससेदारी मात्र 13 फीसदी है। इसके मुताबिक भारत में औसत घरेलू संपत्ति 9,83,010 रुपए है।
 
इसमें कहा गया है कि भारत एक गरीब और काफी असमानता वाला देश है, जहां कुलीन वर्ग के लोग भरे पड़े हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत में लैंगिक असमानता बहुत अधिक है। इसमें कहा गया है कि महिला श्रमिक की आय की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत है। यह एशिया के औसत (21 प्रतिशत, चीन को छोड़कर) से कम है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

क्रिप्टोकरेंसी बिल से बढ़ सकती है निवेशकों की मुश्किल, बिना वारंट गिरफ्तारी, नहीं मिलेगी जमानत...