दिल्ली की 1,797 अवैध कॉलोनियां होंगी वैध, 50 लाख लोगों को फायदा

Webdunia
गुरुवार, 21 नवंबर 2019 (00:45 IST)
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली में अवैध कॉलोनियों में रह रहे लोगों को मालिकाना हक देने के लिए कानूनी रूपरेखा मुहैया कराने वाले विधेयक को बुधवार को मंजूरी दे दी। सरकार के इस फैसले से करीब 40 से 50 लाख लोगों को फायदा होगा।
 
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि यह प्रस्ताव राष्ट्रीय राजधानी के 175 वर्ग किलोमीटर में फैली 1,797 चिह्नित अवैध कॉलोनियों पर लागू होगा। 
 
मंत्रिमंडल ने हाल ही में मालिकाना हक देने का फैसला लिया था और बुधवार को उसने विधेयक को मंजूरी दे दी। यह विधेयक संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किया जाना है।
 
इससे पहले 23 अक्टूबर को मंत्रिमंडल ने उस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसके तहत राष्ट्रीय राजधानी के 175 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली 1,797 अनधिकृति कॉलोनियों की पहचान कर उन्हें नियमित करने की बात कही गई थी।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में इन कॉलोनियों के कल्याण संघों के कुछ प्रतिनिधियों से भेंट के दौरान कहा था कि निर्णय को लागू करने के लिए एक विधेयक लाया जाएगा।

गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली में आप सरकार ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार अपने वादे के मुताबिक विधेयक नहीं लाएगी।
Show comments

जरूर पढ़ें

मोहन भागवत के बयान पर भड़के असदुद्दीन ओवैसी, बोले- RSS और मुसलमान समंदर के 2 किनारे हैं जो...

Operation Sindoor से Pakistan में कैसे मची थी तबाही, सामने आया नया वीडियो

लश्कर का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में था शामिल

दरवाजे पर बारात और दुल्हन ने दुनिया को कहा अलविदा, झोलाछाप डॉक्टर के कारण मातम में बदली खुशियां

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

सभी देखें

नवीनतम

सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला, हाई कोर्ट के सभी न्यायाधीश पूर्ण पेंशन के हकदार

सासाराम में युवक की हत्‍या, पुलिस पर पथराव, 8 लोग गिरफ्तार, भारी पुलिस बल तैनात, क्‍या है फसाद की जड़?

जनता दर्शन में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेशवासियों की सुरक्षा और सम्मान ही सरकार का ध्येय

संभल जामा मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष को तगड़ा झटका

ममता बोलीं, केंद्र से औपचारिक अनुरोध प्राप्त होने पर ही बहुदलीय राजनयिक मिशन में वे अपने प्रतिनिधि भेजेंगी

अगला लेख