नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार को लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलनों में 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में मौसम गर्म और उमस भरा रहा और क्षेत्र के तापमान में कुछ वृद्धि दर्ज की गई।
हिमाचल प्रदेश में पांच लोग उस समय घायल हो गए, जब आंधी में यूकलिप्टस का एक पेड़ उन पर गिर गया। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई गई है। असम और मेघालय में भारी वर्षा हुई।
असम में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ गई क्योंकि बाढ़ ने दो और जिलों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे 1.70 लाख और अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि अगले तीन-चार दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में बहुत ज्यादा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
विभाग ने बताया कि अगले तीन दिनों के दौरान नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।
दिल्ली में शुक्रवार को गर्म और उमस भरा मौसम रहा जबकि लोगों को बारिश का इंतजार है। महानगर का अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक है।
राष्ट्रीय राजधानी में मौसम कार्यालय ने शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। रात के समय हल्की बारिश या गरज के साथ छींटें पड़ने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। कांगड़ा जिले के दाध चौक के पास शाम चार बजे के आसपास पेड़ उखड़ने की घटना हुई।
शिमला के मौसम कार्यालय ने कहा कि कांगड़ा में शुक्रवार सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 30 मिमी बारिश हुई, वहीं धर्मशाला में 17 मिमी, सुंदरनगर में 10 मिमी, स्वरघाट में 9 मिमी, झुंगी में 4 मिमी, सांगला में 3 मिमी, शिमला और मंडी में 2-2 मिमी वर्षा हुई।
हरियाणा और पंजाब में अधिकतम तापमान कुछ डिग्री बढ़ गया। चंडीगढ़ में शाम को हल्की बारिश हुई और अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।
राजस्थान के पूर्वी भाग में बीते चौबीस घंटे में कई जगह हल्की से मध्यम बारिश हुई हालांकि पश्चिम राजस्थान में कुल मिलाकर सूखा रहा।
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह तक सबसे अधिक बारिश भीलवाड़ा के शाहपुरा में 55 मिमी दर्ज की गई। इसके अनुसार इसके अलावा दौसा में 40 मिमी, करौली के हिंडौन में 39 मिमी व दौसा के सिकराय में 25 मिमी बारिश हुई।
अरुणाचल प्रदेश में पिछले 5 दिनों से जारी बारिश के बीच भूस्खलन की घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता है। अधिकारियों ने बताया कि पापुम पारे जिले में गुरुवार देर रात भूस्खलन की घटना में आठ महीने की बच्ची समेत एक परिवार के चार सदस्य जिंदा दब गए।
पापुम पारे जिला के उपायुक्त पीगे लीगू ने बताया कि भूस्खलन की घटना बृहस्पतिवार देर रात करीब दो बजकर 30 मिनट पर हुई। पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से शवों को मलबे से बाहर निकाला गया। मृतकों की पहचान टाना मार्टिन (22) और उसकी पत्नी याबुंग लिंदुम और बेटी टाना यासुम और मार्टिन के भाई टाना जॉन के रूप में हुई है।
पुलिस अधीक्षक (राजधानी) टुम्मे आमो ने बताया कि एक अन्य घटना में लिंगालया मंदिर के पास मोदिरिजो में दिन में साढ़े ग्यारह बजे भूखस्खलन के चलते एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई और एक अन्य लापता हो गया।
आमो ने बताया कि इस घटना के समय इस घर का मालिक कामदाक टाडो अपने पड़ोसी के यहां था। उसकी पत्नी और दो बेटियां जिंदा दब गईं। आठ साल का बच्चा लोकाम रोना घर से भागा और वह बच गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल के कर्मियों ने तीन शव मलबे से निकाले और चौथे लापता व्यक्ति की तलाश की जा रही है।
मृतकों की पहचान कामदुक कगौंग (30) कामदक करना (9) और कामदाक जीता (8) के रूप में हुई है। लोकाम मिनू (20) को ढूंढ़ा जा रहा है। राज्य में इसके साथ ही मानसून से संबंधित घटनाओं में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राज्य में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होगी, इसलिए लोग सभी एहतियाती कदम उठाएं। असम में बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को और बिगड़ गई तथा 2 और जिलों के बड़े क्षेत्र में पानी फैल गया। इससे 1.70 लाख और लोग इसकी चपेट में आ गए।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 14 जिलों के 32 राजस्व क्षेत्रों के 3,41,837 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य भर में अब तक 64 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने असम और पड़ोसी मेघालय में विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा का अनुमान लगाया है। (भाषा)