चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत कहां-कहां नहीं ढूंढा। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली से लेकर नेपाल तक उसकी तलाश की लेकिन गुरमीत राम रहीम की चहेती हनी तो 38 दिनों तक पंजाब के बठिंडा में एक डेरा समर्थक के घर छिपी हुई थीं। हनीप्रीत 2 सितंबर के बाद से ही बठिंडा जिले में थीं।
बताया जा रहा है कि हनीप्रीत कई दिनों तक सुखदीप कौर के घर पर ही छिपी हुई थी। सुखदीप भी डेरा अनुयायी हैं और उनका परिवार डेरे में रहता है। बठिंडा में उनकी जमीन और घर है। हनीप्रीत 2 सितंबर के बाद से वहां रह रही थीं। यह बात पुलिस पूछताछ में सामने आई है। हनीप्रीत से पंचकूला के चंडीमंदिर थाने में करीब 5 घंटे पूछताछ चली।
38 दिन तक छकाने के बाद शिकंजे में आईं हनीप्रीत इंसां को आज पंचकूला की अदालत में पेश किया गया।अदालत ने हनीप्रती को 6 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया और अब एस.आई.टी उसे और सुखदीप कौर को पहले संगरुर तथा भवानीगढ़ थाने लेकर गई इसके बाद उन्हें बठिंडा लेकर गई।
हनीप्रीत को पकड़ने के लिए पंचकूला पुलिस की 8 एसआईटी ने 5 राज्यों में एक हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय की। हर रेड में पुलिस के हाथ नाकामी ही लगी। और हनीप्रीत यहां पंचकूला से महज 10 किलोमीटर के दायरे में ही पकड़ी गई।
पंचकूला में 25 अगस्त को हुए दंगों के बाद पुलिस ने दंगाइयों को गिरफ्तार करना शुरू किया तभी सामने गया था कि हनीप्रीत इस पूरी साजिश में शामिल है। सुरेंद्र, चमकौर, दान सिंह, गोविंद आदि को पुलिस ने गिरफ्तार किया और इन लोगों ने हनीप्रीत का नाम लिया। दंगा भड़काने के आरोपी आदित्य इंसां और पवन को पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई है। इनकी तलाश में पुलिस की एक टीम मोहाली भेजी गई है।
दुष्कर्म की सजा काट रहे डेरा सिरसा मुखी गुरमीत सिंह की गोद ली बेटी हनीप्रीत को देशद्रोह और हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने 6 दिन के रिमांड पर लिया है। 25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम, जिनको बलात्कार के मामले का दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला में हुई हिंसा को लेकर पुलिस अब हनीप्रीत से पूछताछ कर रही है। (एजेंसी)