पंचकूला। साध्वी दुष्कर्म के मामले में हरियाणा की रोहतक सुनारिया जेल में कैद की सजा काट रही डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की दत्तक पुत्री हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा को 10 दिन की न्यायिक हिरासत में रहने के बाद सोमवार को पुन: अदालत में पेश किया जाएगा।
हनीप्रीत को यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सीजेएम रोहित वत्स की अदालत में अम्बाला जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया जाएगा। उसके साथ उसकी सहयोगी सुखदीप कौर तथा ड्राइवर राकेश अरोड़ा की भी अदालत में पेशी होगी।
अदालत ने दोनों को गत 13 अक्टूबर को उनका 9 दिन का पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद 23 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत तथा अम्बाला जेल भेजने के आदेश देने के साथ अगली पेशी पर जेल से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत में पेश करने के निर्देश दिए थे। अरोड़ा को भी इसी अदालत ने गत 10 अक्टूबर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था।
हनीप्रीत को हरियाणा पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गत 3 अक्टूबर को पंजाब के जीरकपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। उसके साथ उसकी सहयोगी बठिंडा निवासी सुखदीप कौर को भी हिरासत में लिया गया था जिसके घर हनीप्रीत बठिंडा में पुलिस से बचते हुए ठहरी हुई थी।
उल्लेखनीय है कि डेरा प्रमुख को गत 25 अगस्त को 2 साध्वियों के यौन शोषण मामले में अदालत के दोषी करार देने के बाद गिरफ्तार कर हेलीकॉप्टर से जब रोहतक की सुनारिया जेल ले जाया गया था तो उस समय हनीप्रीत उसके साथ ही गई थी। डेरा प्रमुख ने हनीप्रीत को जेल में उसके साथ ही रहने का पुलिस से अनुरोध किया था जिसे अस्वीकार किए जाने के बाद हनीप्रीत वहां से लापता हो गई थी।
डेरा प्रमुख की गिरफ्तारी के बाद पंचकूला और सिरसा में डेरा समर्थकों की बड़े पैमाने पर हिंसा, आगजनी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 250 से अधिक ज्यादा घायल हो गए थे और संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया था।
पुलिस ने हिंसा की घटनाओं तथा डेरा प्रमुख को अदालत से फरार कराने की साजिश में कथित तौर पर संलिप्तता को लेकर हनीप्रीत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कर लुकआउट नोटिस जारी किया था। (वार्ता)