जम्मू। जम्मू के सीमांत इलाके से पकड़े गए उस युवक के प्रति अब रहस्य और गहरा गया है जिसे पाकिस्तान की खुफिया संस्था को सैन्य ठिकानों के प्रति जानकारी तथा फोटो भेजने के लिए धरा गया है। हालांकि पहले यह कहा जा रहा था कि यह हनी ट्रैप का मामला है जिसमें इस युवक ने एक अनाम युवती के प्यार में पड़ कर ऐसा किया। लेकिन युवक द्वारा अपने मोबाइल की सिम को तोड़ दिए जाने तथा सारी फोटो नष्ट कर दिए जाने के बाद यह सवाल उठा है कि क्या वह पाकिस्तानी जासूस था जिसको इस तरह का प्रशिक्षण दिया गया था।
हालांकि अब हनीट्रैप में फंसे युवक के मोबाइल फोन को पुलिस ने जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में भेज दिया है। वहीं, युवक ने पुलिस के हत्थे चढ़ने से पूर्व ही अपने सिमकार्ड को नष्ट कर दिया था। उसे जब पता चला कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का शिकार हो चुका है तो उसने अपने मोबाइल फोन से सभी तस्वीरों को भी हटा दिया था।
चूंकि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है इसलिए पुलिस अधिकारी खुलकर कुछ भी नहीं बोल रहे। जासूसी के आरोप में पकड़े गए युवक को पूछताछ के लिए ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर में ले जाने की तैयारी है। पता लगाया जाएगा कि वह किस प्रकार सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में आया था।
जानकारी के लिए सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अरनिया के गांव पोवल के एक युवक को पुलिस ने पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से संपर्क होने की आशंका में गिरफ्तार किया है। वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान में बैठे एजेंट के संपर्क में था और उन्हें सुरक्षा बलों के शिविरों व मौजूदगी की जानकारी देता था। सोशल मीडिया के जरिए शकीला नामक एक युवती ने उससे संपर्क किया था। युवती ने खुद को पंजाब के पटियाला की रहने वाली बताया था। युवक उस युवती के झांसे में आ गया। फेसबुक के बाद वह वाट्सएप के जरिए बातचीत करने लगे थे और अपने क्षेत्र की जानकारी देता था।
आरोप है कि युवक ISI की महिला एजेंट के साथ सोशल साइट के माध्यम से संपर्क में आया और उसने कई अहम जानकारियां उसके साथ साझा कर डाली। मामला संगीन है और सुरक्षा परिदृश्य गंभीर भी है। यह पहला मामला नहीं है जब देश का युवा पाक की ‘हसीन चाल’ में फंसा हो। इससे पूर्व भी कई मामले सामने आए हैं और पाक की साजिश का राज भी फाश हुआ है।
जब्त किए गए मोबाइल फोन से पुलिस इस बात की जानकारी हासिल करने में जुटी है कि युवक ने सीमांत इलाके के किन किन संवेदनशील स्थलों की तस्वीरें अपने फोन से खींचकर अनजाने में पाकिस्तानी एजेंट को भेजी हैं।