नई दिल्ली। दिल्ली में गुरुवार को इस मानसून की सबसे अच्छी बारिश हुई। मुंबई और आसपास के इलाकों में भी मूसलाधार बारिश हुई। मौसम विभाग की मानें तो बारिश का यह सिलसिला अगले 2-3 दिन तक पूरे देश में जारी रहेगा।
उत्तरप्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण एक कच्चे मकान की दीवार गिरने से एक परिवार के 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 2 अन्य घायल हो गए। मध्यप्रदेश के 8 जिलों में मौसम विभाग ने शुक्रवार की सुबह तक बहुत भारी बारिश के अनुमान को लेकर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने पूर्वनुमान में बताया है कि देश के ज्यादातर हिस्सों में अगले 2-3 दिन भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट के पास बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं के कारण देश के ज्यादातर हिस्सों में अगले दो दिन तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
बयान के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और पूर्वी राजस्थान सहित उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों में अगले दो दिन तक बारिश होने की संभावना है।
अगले चार-पांच दिन तक गुजरात, गोवा, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों सहित पश्चिम भारत में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार सुबह साढ़े बजे तक आयानगर मौसम केन्द्र में 99.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। पालम और रिज मौसम केन्द्र में क्रमश: 93.6 मिमी और 84.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला में 68 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बारिश के 15 मिमी से कम होने पर उसे हल्की, 15 से 64.5 मिमी के बीच होने पर मध्यम और 64.5 मिमी से अधिक होने पर भारी बारिश की श्रेणी में रखा जाता है।
भारी बारिश के कारण धनसा रोड पर खैरा गांव टी पॉइंट के पास एक नाला क्षतिग्रस्त हो गया, जहां भूमिगत मेट्रो का काम चल रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर धनसा रोड पर उस जगह से 200 मीटर तक वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार बुधवार शाम तक शहर में अगस्त में होने वाली बारिश की तुलना में इस साल अब तक 72 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। पिछले 10 साल में यह सबसे कम बारिश है। हालांकि यह गुरुवार सुबह तक 14 प्रतिशत कम हो गई थी।
महाराष्ट्र में मुंबई और पड़ोसी जिले ठाणे, पालघर और रायगढ़ में पिछले 24 घंटे के दौरान तेज से बहुत तेज बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी कोंकण क्षेत्र और मध्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में और बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुंबई में कुछ स्थानों पर पिछले 24 घंटे में गुरवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 70 से 100 मिमी बारिश हुई। इस दौरान ठाणे में 120 मिमी से अधिक बारिश हुई। रायगढ़ के माथेरान में वेधशाला में 161.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
पालघर के मौसम केन्द्र में पिछले 24 घंटे में 90.1 मिमी और ठाणे बेलापुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन वेधशाला में 57.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। सांताक्रुज मौसम विभाग की कोलाबा वेधशाला में 42 मिमी और दक्षिण मुम्बई की कोलाबा वेधशाला में 17.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले में 25.5 मिमी और मराठावाड़ क्षेत्र के परभणी जिले में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्से में मानसून सक्रिय रहने का अलर्ट जारी करते हुए राज्य के छिंदवाड़ा सहित 8 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
विभाग के भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी जीडी मिश्र ने बताया कि छिंदवाड़ा, बालाघाट, बैतूल, हरदा, खंडवा, अलीराजपुर, झाबुआ और धार जिलों में भारी वर्षा होगी।
उन्होंने बताया कि मौसम का यह पूर्वानुमान शुक्रवार सुबह तक के लिये है। मौसम विभाग की वेबसाइट पर सभी आठ जिलों के लिये ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मिश्र ने कहा कि प्रदेश के यलो अलर्ट के साथ 15 जिलों अनूपपुर, डिंडोरी, छतरपुर, सीहोर, राजगढ़, होशंगाबाद, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, देवास, आगर, शिवपुरी, दतिया, मुरैना और श्योपुर में वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में सतना जिले में 132.6 मिमी, इसके बाद रीवा जिले में 42.4 मिमी और टीकमगढ़ जिले में 41.0 मिमी बारिश हुई है।
उत्तरप्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान अधिकांश जगहों पर मानसून सक्रिय रहा और प्रदेश के अनेक हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा हुई।
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी उप्र में कुछ जगहों पर भारी बारिश हुई जबकि राज्य में कई जगहों पर गरज के साथ तेज बारिश हुई।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शुक्रवार को राज्य में कहीं-कहीं मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है जबकि अधिकांश जगहों पर गरज के साथ पानी बरसने की संभावना है।
बिहार बाढ़ से 25 लोगों की मौत : बिहार में बाढ़ से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 जिलों की 77,77,056 आबादी इससे प्रभावित है।
आपदा प्रबंधन विभाग से गुरुवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक बाढ़ से दरभंगा जिले में सबसे अधिक ग्यारह लोगों, मुजफ्फरपुर में छह, पश्चिम चंपारण में चार तथा सारण एवं सिवान में 2-2 लोगों और 75 मवेशियों की अबतक मौत हो चुकी है।
बिहार के 16 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा एवं सहरसा जिले के 128 प्रखंडों के 1,282 पंचायतों की 77,77,056 आबादी बाढ़ से प्रभावित है जहां से सुरक्षित जगहों पर ले जाए गए 5,47,804 लोगों में से 12,479 लोगों को सात राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। (भाषा)