एक ओर जहां जम्मू और कश्मीर में भीषण ठंड से लोग घरों से बाहर निकलने से भी कतरा रहे हैं। बर्फबारी के कारण कई क्षेत्र बर्फ की चादर से ढंक गए हैं। ऐसे भयानक मौसम में भी हमारे देश के जवान सुरक्षा को लेकर पूरी मुस्तैदी से डटे हुए हैं। इस बीच रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी द्वारा जारी किए गए वीडियो में कठिन परिस्थिति में भी सैनिकों की हिम्मत और जज्बा साफ देखा जा सकता है।
ट्विटर पर अपलोड की गई वीडियो तेजी से वायरल हो रही है, टि्वटर उपयोगकर्ताओं द्वारा सैनिकों के इस जज्बे का व्यापक रूप से स्वागत किया जा रहा है, जिसमें कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के साथ लगभग 17 हजार फुट की ऊंचाई पर भारतीय सेना की चौकी डटी हुई है।
वीडियो में एक जवान एलओसी की निगरानी कर रहा है। उसके घुटने तक बर्फ ही बर्फ है, जबकि ऊपर से भी भारी मात्रा में बर्फ गिर रही। इसके अलावा उतनी ऊंचाई पर तेज हवाएं उस जवान को संतुलन बिगाड़ने की कोशिश करती हैं, लेकिन वो पूरी तरह से नाकाम रहीं।
कश्मीर के अधिकतर स्थानों पर रातभर हुई बर्फबारी, कम दृश्यता स्तर और खराब मौसम के कारण शनिवार को कम से कम 10 उड़ानें रद्द हो गईं और कई उड़ानों के परिचालन में देरी हुई तथा कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के कारण 136 किलोमीटर लंबे बनिहाल-बारामूला रेलखंड पर भी रेल सेवा बाधित हुई। इस बीच, रियासी जिले में स्थित प्रसिद्ध माता वैष्णोदेवी मंदिर में इस मौमस की पहली बर्फबारी हुई।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार तड़के वैष्णोदेवी में चार इंच बर्फबारी हुई और भैरो घाटी समेत ऊंचाई वाले इलाके भारी बर्फबारी के कारण ढंक गए। यात्रा सुचारू रूप से जारी है, लेकिन खराब मौसम के कारण बैटरी कार सेवा और हेलीकॉप्टर सेवा बाधित हो गई है।
उन्होंने बताया कि ताजा जानकारी मिलने तक तीर्थयात्रियों के आधार शिविर कटरा में तेज बारिश जारी थी।अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर में शुक्रवार दोपहर को जारी हुई बर्फबारी रात को अधिकतर स्थानों पर जारी रही। ताजा जानकारी मिलने तक घाटी में कई स्थानों पर रुक-रुक कर बर्फबारी जारी रही।
उन्होंने बताया कि कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई, जबकि कहीं-कहीं मध्यम से भारी बर्फबारी हुई। श्रीनगर में करीब चार इंच ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। गुलमर्ग में एक फुट, काजीगुंड में आठ इंच और शोपियां में करीब 15 इंच बर्फबारी हुई। इसके अलावा कई स्थानों में भारी बारिश भी हुई।
अधिकारियों ने कहा, लगातार बर्फबारी और कम दृश्यता के कारण श्रीनगर हवाई अड्डे पर आज सुबह किसी विमान ने उड़ान नहीं भरी। उन्होंने बताया कि अब तक कम से कम 10 उड़ान रद्द की जा चुकी हैं और कई अन्य के संचालन में देरी हुई है। हवाईपट्टी से बर्फ हटा दिए जाने और दृश्यता स्तर में सुधार के बाद विमान परिचालन बहाल होगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (यातायात) शब्बीर अहमद मलिक ने बताया कि बनिहाल सेक्टर में भारी बर्फबारी और रामबन जिले में कई भूस्खलनों के कारण 270 किलोमीटर लंबा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार दोपहर से बंद है, जिसके कारण कई वाहन रास्ते में फंस गए हैं।
बर्फबारी के कारण कुछ इलाकों में विद्युत आपूर्ति और इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हुई है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। इस बीच, उन्होंने बताया कि श्रीनगर में शुक्रवार रात न्यूनतम तापान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
गुलमर्ग में शून्य से 4.6 डिग्री नीचे, पहलगाम में शून्य से 0.2 डिग्री सेल्सियस नीचे, काजीगुंड में शून्य डिग्री, कोकेरनाग में शून्य से 0.9 डिग्री नीचे और कुपवाड़ा में शून्य डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। कश्मीर में 40 दिन का 'चिल्लई कलां' का दौर 21 दिसंबर से शुरू हो गया। इस दौरान क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ती है और तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाती है, जिससे यहां की प्रसिद्ध डल झील के साथ-साथ घाटी के कई हिस्सों में पानी की आपूर्ति लाइनों सहित जलाशय जम जाते हैं।
इस दौरान अधिकतर इलाकों में बर्फबारी की संभावना भी सबसे अधिक रहती है और खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में भारी हिमपात होता है। चिल्लई कलां के 31 जनवरी को खत्म होने के बाद, 20 दिन का चिल्लई-खुर्द और फिर 10 दिन का चिल्लई बच्चा का दौर शुरू होता है।