नई दिल्ली। राजस्थान के पश्चिमी भागों पर एक विपरीत चक्रवात के बनने की संभावना के साथ राजस्थान के पश्चिमी भाग से 6 अक्टूबर तक मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और इससे सटे तटीय तमिलनाडु पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा इस चक्रवाती परिसंचरण से तमिलनाडु और केरल होते हुए दक्षिण-पूर्व अरब सागर तक फैली हुई है, जहां एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
स्काईमेट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश की तलहटी और हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश के मध्य भागों, हिमाचल प्रदेश, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तराखंड, शेष पूर्वोत्तर भारत, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हुई। 6 अक्टूबर से मानसून की वापसी शुरू होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट, केरल के कुछ हिस्सों और लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, सिक्किम, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और छत्तीसगढ़, रायलसीमा और उत्तरप्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तर पश्चिमी राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।