Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार पर छाए संकट के बादल हटे

हमें फॉलो करें कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार पर छाए संकट के बादल हटे
, शुक्रवार, 18 जनवरी 2019 (07:34 IST)
बेंगलुरु। कांग्रेस विधायक दल की शुक्रवार को होने वाली विधायक दल की अहम बैठक से पहले कई कांग्रेस विधायक पार्टी में लौट आए हैं जिससे एचडी कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार पर छाए संकट के बादल फिलहाल हट गए हैं। इन विधायकों पर कथित तौर पर भाजपा की नजर थी। सरकार को अस्थिर करने की व्यर्थ कोशिश करने पर विपक्षी भाजपा पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भगवा दल पर अपने विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में बंधक बनाकर रखने का गुरुवार को आरोप लगाया था। इस बीच, कांग्रेस ने पार्टी के अंदर असंतोष थामने की कोशिश तेज कर दी हैं।
 
 
उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा यहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सरकार को गिराने के किसी भी अभियान में शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के विधायक भी गुरुग्राम से लौट रहे हैं जहां वे कुछ दिनों से ठहरे हुए थे। 
 
 
शुक्रवार की कांग्रेस विधायक दल की बैठक को सरकार गिराने की भाजपा की कथित कोशिश के जवाब में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है। सत्तारूढ़ गठबंधन ने कहा है कि भाजपा की कोशिश विफल रही है। कांग्रेस विधायकों को जारी नोटिस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने चेतावनी दी कि शुक्रवार की बैठक में विधायकों की गैर-मौजूदगी को गंभीरता से लिया जाएगा। सिद्धरमैया ने कहा, "मैं आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि आपकी गैर हाजिरी को गंभरता से लिया जाएगा और यह माना जाएगा कि आपने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिकता सदस्यता स्वेच्छा से छोड़ने का फैसला कर लिया है।" 
 
 
उन्होंने कहा कि ऐसे में दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। हुबली में सिद्धरमैया ने दावा किया कि पार्टी के सभी विधायक सीएलपी की बैठक में आएंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी में लौटने वाले असंतुष्ट विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा तो उन्होंने कहा, "हमने किसी से नहीं कहा है कि हम उन्हें मंत्री या कुछ और बनायेंगे। कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं है।" 
 
 
कांग्रेस के लिए राहत की बात है कि कुछ और विधायक, जो कथित रूप से पार्टी के संपर्क से कट गए गए थे तथा जिन्हें कथित रूप से भाजपा अपने पाले में करने के लिए बहला फुसला रही थी, सामने आए और उन्होंने पार्टी के प्रति निष्ठा जताई। येल्लापुर के विधायक शिवराम हेब्बार ने बृहस्पतिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गुंडू राव से भेंट की और कहा कि वह परिवार के साथ अंडमान निकोबार गये थे जिसकी योजना एक महीने पहले बनी थी।
 
 
उन्होंने अपनी इस यात्रा को वर्तमान घटनाक्रम के साथ महज संयोग बताया और कहा, "मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं...किसी भी कारणसे बिक जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता।’’ उनकी तरह कई और विधायकों ने करीब करीब ऐसी ही बात कही। वैसे असंतोष से इनकार करने वाले बल्लारी के विधायक बी नागेंद्र ने अदालती सुनवाई के चलते विधायक दल की बैठक में पहुंच पाने पर संदेह प्रकट किया।
 
 
कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष येद्दियुरप्पा का बार बार यह दावा करना कि मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस जदएस के नेता उनकी पार्टी के विधायकों को लालच दे रहे हैं, उनके लिए हैरत की बात है। उन्होंने कहा, ‘‘वे (सरकार को अस्थिर करने के लिए) सभी प्रकार की व्यर्थ कोशिशें कर रहे हैं। कौन आगे आगे चल रहा है और (विधायकों को) फुसलाने में जुटा है?’’ 
 
 
उन्होंने सवाल दागा, "आज मैं येदियुरप्पा और उनके मित्रों से से पूछना चाहता हूं कि कब तक आप गुरुग्राम के एक होटल में ठहरे रहेंगे, आपने किस वजह से विधायकों को बंधक बना रखा है।" बीजेपी पर विधायकों को फुसलाने के लिए ‘हर चीज’ करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "लेकिन अब आप हमपर आरोप मढ़ रहे हैं, यदि आप महसूस करते हैं कि आप जो कुछ कह रहे हैं लोग मान लेंगे, तो आप गलत हैं। लोग सही समय पर भाजपा नेताओं को जवाब देंगे।"  
 
 
उधर, येदियुरप्पा ने कहा, "बीजेपी से कोई भी किसी भी प्रकार के अभियान या कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के विधायकों को फुसलाने में नहीं लगा है।’’ उन्होंने कहा, "हमने एक स्थान पर अपने सभी विधायकों को एकत्रित किया था और पिछले दो तीन दिन से आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी पर चर्चा कर रहे थे। आज सभी लौट रहे हैं।" उन्होंने कहा, "हम अपने विधायकों को एकत्रित करते हैं तो उन्हें डर किस बात का है, मुझे समझ में नहीं आता। कांग्रेस और जेडीएस के बीच की अंदरूनी लड़ाई नियंत्रण के बाहर जा रही है, अपनी अंदरूनी लड़ाई पर पर्दा डालने के लिए वे भाजपा पर दोष मढ़ रहे हैं।" (एजेंसी)
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

आलोक वर्मा के बाद CBI से राकेश अस्थाना की भी छुट्टी, 3 और अफसर हटाए