अहमदाबाद। आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने राजद्रोह के मामले बरी करने की मांग करते हुए अहमदाबाद की एक अदालत में आवेदन दायर किया।
उन पर अक्तूबर, 2015 में उनके द्वारा संबोधित रैली के हिंसक होने के बाद सरकार को अपदस्थ करने के इरादे से हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है। हार्दिक के वकील रफीक लोखंडवाला ने बताया कि 28 सितंबर को इस आवेदन पर सुनवाई हो सकती है।
सत्र न्यायाधीश एस एच ओझा की अदालत में कल दायर अपनी अर्जी में हार्दिक ने कहा कि आरोप तय करने के लिए उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है और उनके विरुद्ध अभियोजन के मामले का कोई आधार नहीं है। (भाषा)