Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

J&K में बढ़ते कोरोना और आतंकी खतरे के बीच सरकार ने कहा- अफसर 15 अगस्त की परेड में करेंगे शिरकत

हमें फॉलो करें J&K में बढ़ते कोरोना और आतंकी खतरे के बीच सरकार ने कहा- अफसर 15 अगस्त की परेड में करेंगे शिरकत

सुरेश एस डुग्गर

, रविवार, 7 अगस्त 2022 (13:57 IST)
जम्मू। फिर से बढ़ते कोरोनावायरस (Coronavirus) और आतंकी खतरों के बीच प्रदेश प्रशासन ने सभी सरकारी अफसरों से कहा है कि वे जम्मू तथा श्रीनगर में होने वाले समारोहों में उपस्थिति सुनिश्चित करें। यह आदेश अंडर सेक्रेटरी लेवल से ऊपर के अफसरों के लिए है। इस बीच जम्मू में मुख्य समारोह एमए स्टेडियम परेड में आयोजित किया जाएगा, जिसे सुरक्षा व्यवस्था के तहत सील कर दिया गया है।

स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आतंकी हमले की केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की चेतावनी को देखते हुए जम्मू पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस अफसरों और मुलाजिमों की 20 अगस्त तक छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा से आतंकियों के राज्य में घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर पाकिस्तान की सीमा से सटे क्षेत्रों और पंजाब से लगी सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है।

केंद्र शासित क्षेत्र प्रशासन ने कोरोनावायरस मामलों में वृद्धि के बावजूद लोगों को समारोह में भाग लेने की अनुमति देने का फैसला किया है। वाहनों की जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और जम्मू-पठानकोट तथा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विशेष रूप से जांच की जा रही है।

पुलिस ने सभी ट्रक ड्राइवरों और उनके सहायकों का रिकॉर्ड रखने के लिए एक मोबाइल ऐप भी बनाया है, ताकि आतंकवादियों के प्रवेश और हथियारों की तस्करी को रोका जा सके। सीमा की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है और सभी सीमावर्ती सड़कों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबल को तैनात किया गया है और 24 घंटों गश्त और गहन जांच का जिम्मा सौंपा गया है।

जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर शांति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य समारोह स्थल के आसपास विशेष प्रबंध किए गए हैं और शांति बनाए रखने के लिए लोगों से सहयोग मांगा गया है।

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर को लेकर बीते एक सप्ताह के दौरान जो घटनाक्रम हुआ है, उससे आतंकियों के आका हताश हो चुके हैं। कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान जिस तरह अलग-थलग पड़ चुका है, उसे देखते हुए आईएसआई किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रही है।

पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। कुछ रेडियो संदेश भी पकड़े गए हैं, जो इस बात का संकेत कर रहे हैं कि बीते एक सप्ताह से अपनी मांद में छिपे आतंकियों को उस कश्मीर में बैठे उनके कमांडर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए लगातार कह रहे हैं।

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े अधिकारी ने बताया कि आतंकी अपनी उपस्थिति का अहसास कराने के लिए किसी सॉफ्ट टारगेट को चुन सकते हैं। वह किसी जगह बम विस्फोट या सुरक्षाबलों के कैंप पर हमला कर सकते हैं। आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा कर आवश्यक सुधार किए गए हैं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

CUET-UG : 24-28 अगस्त तक होगी परीक्षा, नए प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे