नई दिल्ली। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कृषि कानूनों की वापसी को किसानों की जीत और सरकार की हार बताने वाले बयानों पर नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कू पर पोस्ट में कहा कि एक बात कही जा रही है कि किसान जीत गया, सरकार हार गई, तो जब किसान और सरकार में कोई अंतर ही नहीं है तो उनकी जीत हमारी हार कैसे हो सकती है, अगर हमारे देश का किसान जीतता है, तो उसमे हमारी जीत है, इसी पवित्र मनसा से आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह निर्णय लिया है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा की थी। विपक्ष इसे किसानों की जीत और मोदी सरकार की हार बता रहा है। राजनीति के जानकार मोदी सरकार के इस फैसलों को सीधे विधानसभा चुनावों से जोड़कर देख रहे हैं।
वहीं राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, सांसद साक्षी महाराज समेत कई राजनीतिक दिग्गजों का मामना है कि सरकार ने कृषि कानून बिल को वापस लेकर अच्छा कदम उठाया। उनका यह भी मानना है कि सही समय आने पर यह बिल दोबारा लाया जा सकता है।
बहरहाल किसानों के मन में भी मोदी सरकार के इस फैसले को लेकर आशंका है। उन्होंने संसद में कानून वापस नहीं लेने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है। हालांकि पिछले 2 दिनों से आंदोलनकारी किसान संगठन मोदी सरकार के फैसले की समिक्षा कर रहे हैं।