NEET एक्जाम में हुई धांधली के बाद पूरे देश में इसकी चर्चा है। छात्र सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं इस मामले की जांच भी जा रही है। सुप्रीम कोर्ट में इस फ्रॉड को लेकर सुनवाई जारी है। इस बीच इसे लेकर नए नए खुलासे हो रहे हैं। इन खुलासों के बाद नीट को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल, पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनसे की गई पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
एक दिन पहले ही पहुंचे पेपर : बिहार पुलिस ने मामले में एक अभ्यर्थी सहित कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। आरोपियों ने बताया कि परीक्षा से एक दिन पहले ही उनके पास क्वेश्चन पेपर पहुंच गए थे। NEET अभ्यर्थी अनुराग यादव ने स्वीकार किया है कि उसे उपलब्ध कराया गया लीक क्वेश्चन पेपर परीक्षा के प्रश्नपत्र से मेल खाता था।
India Today की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के दानापुर नगर परिषद में तैनात एक इंजीनियर के 22 साल के भतीजे अनुराग यादव ने कहा है कि उसके रिश्तेदार सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने उसे बताया था कि परीक्षा के लिए सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। यादव ने यह भी कहा कि उन्हें NEET परीक्षा का लीक हुआ प्रश्नपत्र और उत्तर भी उपलब्ध कराए गए थे। छात्र ने यह भी बताया कि जब वह परीक्षा में बैठा और उसे प्रश्नपत्र दिया गया तो वह उसके चाचा द्वारा दिए गए प्रश्नपत्र से बिल्कुल मेल खाता था।
क्या है पूरी कहानी : बिहार पुलिस की तरफ से गिरफ्तार चार लोगों में अभ्यर्थी अनुराग यादव, दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु और दो अन्य– नीतीश कुमार और अमित आनंद शामिल हैं। अनुराग यादव ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि उन्हें क्वेश्चन पेपर देकर इसे याद करने के लिए कहा गया था।
क्या बताया आरोपियों ने : अनुराग यादव ने बताया, मुझे रात में इसे पढ़ने और याद करने के लिए कहा गया था। जब मैं परीक्षा देने गया, तो मुझे वही प्रश्न मिले जो मैंने सही से याद किए थे। परीक्षा के बाद पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया, और मैंने अपना अपराध कबूल कर लिया यादवेंदु ने दावा किया कि अन्य दो आरोपियों, नीतीश कुमार और अमित आनंद ने उनसे कहा कि वे किसी भी प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कर सकते हैं और NEET पास करने के लिए हर उम्मीदवार को 30-32 लाख रुपए खर्च करने होंगे। मैंने उनसे कहा कि मेरे पास चार लड़के हैं। 4 जून की रात, मैं उन्हें अपने साथ ले गया और नीतीश कुमार और अमित आनंद ने उन्हें प्रश्नपत्र दिया। लालच में आकर मैंने उनसे 30 लाख रुपये के बजाय 40-40 लाख रुपए मांगे उसने बताया कि अगले दिन वह वाहनों की चेकिंग के दौरान छात्रों के एडमिट कार्ड के साथ पकड़ा गया और उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।
कब हुई थी परीक्षा : बता दें कि NEET UG 2024 परीक्षा पांच मई को आयोजित की गई थी। 4 हजार 750 परीक्षा केंद्रों पर इसमें करीब 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। NEET के नतीजे 14 जून को घोषित किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले ही पूरा हो जाने के कारण नतीजे 4 जून को ही घोषित कर दिए गए थे। इस सारी आशंकाओं के चलते कई छात्रों ने कोर्ट में याचिका दायर की है। सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है।
Edited by Navin Rangiyal