नई दिल्ली। कांग्रेस को शुक्रवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। आजाद ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजा है।
आजाद लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने अपने इस्तीफे में आरोप लगाया कि कांग्रेस रिमोट से चल रही है। उन्होंने राहुल गांधी पर भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अपमान का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि 17 अगस्त को गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर में पार्टी की प्रचार समिति का प्रमुख बनने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आजाद के करीबी माने जाने वाले विकार रसूल वानी को अपनी जम्मू-कश्मीर इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया।
आजाद कांग्रेस के 'जी 23' समूह के प्रमुख सदस्य थे। यह समूह पार्टी नेतृत्व का आलोचक रहा है और एक संगठनात्मक बदलाव की मांग करते आया है। आजाद को राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने के बाद दोबारा उच्च सदन में नहीं भेजा गया था।