नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को एक बार फिर दोहराया कि अनैतिक आचरण और भ्रष्टाचार के मामलों में सेना कड़ी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी और यदि मेजर लितुल गोगोई अनैतिक आचरण के दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
जनरल रावत ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के बाद लितुल गोगोई के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा, पहले भी मैं कह चुका हूं कि अनैतिक आचरण और भ्रष्टाचार के मामलों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने मेजर गोगोई के खिलाफ उनके दोष के अनुरूप कार्रवाई करने की सिफारिश की है।
सेना प्रमुख ने कहा कि मेजर गोगोई के खिलाफ उनके दोष के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। यदि वे अनैतिक आचरण के दोषी पाए जाते हैं तो उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी और यदि वे अन्य अपराध के दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें उस अपराध के आधार पर दंड दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मेजर गोगोई को गत 23 मई को श्रीनगर के ममता होटल से उस समय संक्षिप्त रूप से हिरासत में लिया गया था जब वे एक स्थानीय युवती के साथ होटल में प्रवेश करना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया था हालांकि सेना ने इस मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पिछले महीने ही उन्हें ऑपरेशन क्षेत्र में ड्यूटी से नदारद रहने तथा स्थानीय लोगों के साथ मेलजोल बढ़ाने का दोषी पाया था। उनके खिलाफ दंड के अनुरूप कार्रवाई करने की सिफारिश की गई थी।मेजर गोगोई अप्रैल 2017 में उस समय खासे चर्चा में रहे थे जब उन्होंने श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में ड्यूटी के लिए जा रहे चुनावकर्मियों को स्थानीय लोगों के पथराव से बचाने के लिए एक स्थानीय युवक को अपनी जीप के आगे बोनट पर बांध दिया था। (वार्ता)