हत्या के मामले में नागपुर की सेंट्रल जेल मे उम्रकैद की सजा काट रहे गैंगस्टर अरुण गवली ने महात्मा गांधी के आदर्शों पर आयोजित परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया है। गवली ने परीक्षा में 80 में से 74 नंबर हासिल किए हैं।
गैर सरकारी संगठनों-सहयोग ट्रस्ट, सर्वोदय आश्रम और मुम्बई सर्वोदय मंडल द्वारा पिछले साल अक्टूबर में आयोजित परीक्षा में लगभग 160 कैदी शामिल हुए थे। सहयोग ट्रस्ट के न्यासी रवींद्र भुसारी ने बताया कि परीक्षा का परिणाम पिछले सप्ताह घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि अरुण ने प्रश्नपत्र के 80 में 74 सवालों के सही जवाब दिए। हमें खुशी है कि उसने जेल में गांधीवाद के सिद्धांतों को आत्मसात करने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं।
गवली को उपलब्ध कराए गए साहित्य से उसने गांधी की विचारधारा को अपनाया और यह परीक्षा पहले स्थान के साथ पास की। कुछ ही दिनों में जेल में आयोजित समारोह में अरुण गवली को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा।
गवली को 2012 में शिवसेना विधायक कमलाकर जमसेंदेकर की हत्या के लिए दोषी करार दिया गया और उम्रकैद की सजा सुनाई गई, जिसे वह वर्तमान में नागपुर सेंट्रल जेल में काट रहा है। गवली अखिल भारतीय सेना का संस्थापक है। गवली बीए कोर्स से समाजशास्त्र की पढाई कर रहा है। जिसका एग्ज़ाम वो दिसंबर में देने वाला है। महात्मा गांधी की विचारधारा अहिंसा पर आधारित है।