भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) ने बुधवार को भारत के गगनयान मिशन से जुड़ा बड़ा टेस्ट सफलतापूर्वक पूरा किया। यह तीसरा टेस्ट था जोकि अब तक का सबसे लंबी अवधि तक सफल रहा। गगनयान मिशल को लॉन्च करने के लिए 'विकास इंजन' का इस्तेमाल किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि, गगनयान मिशन भारत का सबसे महत्वकांक्षी मिशन है, जिसके जरिए भारतीय आंतरिक्ष यात्रियों को आंतरिक्ष तक भेजा जाएगा। इन यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेज और उन्हें वापस धरती पर लाने की क्षमता प्रदर्शित करना है।
इसरो ने एक बयान में कहा, यह परीक्षण गगनयान कार्यक्रम के लिए इंजन योग्यता जरूरत के तहत JSLV MK 3 यान के L 110 तरल चरण के लिए गया। इसमें कहा गया कि इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स (IPRC), महेंद्रगिरि, तमिलनाडु के परीक्षण केंद्र में इंजन को 240 सेकेंड के लिए प्रक्षेपित किया गया।
जानकारी के लिए बता दें कि, गगनयान स्पेस प्रोग्राम के लिए चार भारतीय आंतरिक्ष यात्री रूस में स्पेस फ्लाइट ट्रेनिंग भी लेने गए थे। मैन मिशन से पहले तीन मानवरहित टेस्ट मिशन लॉन्च किए जाने है, जिसकी डेडलाइन इस साल के अंत और दो 2022 में होने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में 15 अगस्त के मौके पर स्वतंत्रा दिवस के संबोधन में गगनयान मिशन की घोषणा की थी।