Flood water recedes in Delhi : यमुना की बाढ़ का पानी सड़कों से कम होने के बीच राष्ट्रीय राजधानी में यातायात के लिए बंद कई सड़कें शनिवार को खोल दी गईं। हालांकि कुछ प्रमुख मार्ग अभी भी यातायात के लिए बंद हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
शनिवार को यातायात पुलिस द्वारा जारी एक परामर्श के अनुसार, शनिवार सुबह आठ बजे यमुना का जल स्तर घटकर 207.67 मीटर रह गया, जिससे सड़कों पर जमा पानी कुछ कम हुआ है। इसमें कहा गया है कि सुबह 11 बजे तक कुछ सड़कों पर यातायात की आवाजाही पर प्रतिबंधों में राहत दी गई, जबकि कुछ सड़कें बंद रहीं।
परामर्श में कहा गया है, बुलेवार्ड रोड-सर्विस रोड, युधिष्ठिर सेतु के नीचे बायां मोड़- रिंग रोड, चंदगी राम अखाड़ा से मुकरबा चौक और चंदगीराम अखाड़ा से आईपी कॉलेज तक दोनों मार्ग यातायात के लिए खोल दिए गए हैं। इसके मुताबिक, मथुरा रोड से रिंग रोड मार्ग तक भैरों मार्ग, आईटीओ से लक्ष्मी नगर तक विकास मार्ग, शांति वन से गीता कॉलोनी तक निषाद राज मार्ग के दोनों ओर सड़कें खोल दी गई हैं।
सड़क के जो हिस्से अभी भी आवाजाही के लिए बंद हैं, उनमें रिंग रोड- मंजनू का टीला, आईएसबीटी से शांति वन, आईपी फ्लाईओवर से आईपी डिपो तक दोनों रास्ते, रिंग रोड पर आईपी डिपो से आईपी फ्लाईओवर से आईएसबीटी मार्ग, सलीम गढ़ बायपास, पुराना लोहे का पुल पुस्ता से श्मशान घाट, बाहरी रिंग रोड- मुकरबा चौक से वजीराबाद मार्ग और रिंग रोड पर शांति वन से राजघाट तक शामिल हैं।
पुलिस ने कहा कि कश्मीरी गेट बस अड्डा बंद है। पुलिस ने कहा कि सिंघू बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर, रजोकरी बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर और भोपुरा बॉर्डर से भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि आवश्यक वस्तुओं या सेवाओं और राहत सामग्री ले जाने वाले वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
परामर्श में कहा गया है कि प्रशासन द्वारा जारी हाई अलर्ट के मद्देनजर यात्रियों को निचले इलाकों की यात्रा की योजना स्थगित करने और किसी भी स्थिति में बंद सड़कों से बचने की सलाह दी जाती है। पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि प्रगति मैदान टनल पर यातायात की आवाजाही सामान्य है।
एक अन्य ट्वीट में कहा गया कि शांति वन से गीता कॉलोनी तक सड़क के दोनों ओर के मार्ग केवल कार, ऑटो और हल्के वाहनों के लिए खोले गए हैं। गुरुवार को यमुना नदी के अब तक के उच्चतम स्तर 208.6 मीटर तक बढ़ने के बाद कई सड़कें बंद कर दी गई थीं।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)