जम्मू। विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी के भवन में मंगलवार दोपहर को लगी भयानक आग में कैश काउंटिग का कमरा जलकर राख हो गया। यात्रा को रोक दिया गया है। किसी भी श्रद्धालु को कोई चोट नहीं आई है। कालिका भवन के पास काउंटर नंबर दो के नजदीक आग ने तांडव मचाया। आग पर काबू पाने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव कार्य चलाया गया।
उल्लेखनीय है कि जहां आग लगी उस स्थान से प्राकृतिक गुफा की दूरी तकरीबन 100 मीटर है। आग की लपटें भैरो घाटी तक दिखाई दीं। वीआईपी गेट के पास काउंटिंग रूम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आनन-फानन कर्मियों ने बचाव कार्य शुरू करने के साथ ही श्राइन बोर्ड के अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
माता वैष्णो देवी भवन स्थित कैश काउंटर में आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अलबत्ता आग पर काबू पाने के पूरे प्रयास जारी हैं। चूंकि भवन में ही फायर ब्रिगेड की पोस्ट भी है, इसलिए तुरंत वहां से आग लगने की घटना का पता चलते ही फायर ब्रिगेड के एक दर्जन के करीब जवान आग बुझाने में जुट गए। उनके साथ श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों सहित भवन में तैनात अन्य सुरक्षाबलों भी काफी सहयोग कर रहे हैं। भवन के कैश काउंटर में लगी की लपटें दूर-दूर से देखी जा रही हैं। फिलहाल यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया है।
इस साल 30 अप्रैल को भी माता वैष्णो देवी मार्ग पर स्थित चरण पादुका मंदिर क्षेत्र में शंभू मार्केट में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। इसे बुझाने में फायर ब्रिगेड के जवानों को दो घंटों से अधिक का समय लगा था लेकिन तब तक 15 दुकानें जल चुकी थी।
चरण पादुका क्षेत्र में पहले भी दो बार भयंकर अग्निकांड हो चुके हैं। वर्ष 2009 में इसी क्षेत्र के पीपी मार्केट में भयंकर आग लग थी। इस अग्निकांड में 55 दुकानें जल गई थी। वर्ष 2012 में पीपी मार्केट में फिर आगजनी की घटना हुई। इसमें करीब 25 दुकानें जलकर राख हो गई थी।
उल्लेखनीय है कि जहां आग लगी उस स्थान से प्राकृतिक गुफा की दूरी तकरीबन 100 मीटर है। आग की लपटें भैरो घाटी तक दिखाई दीं। वीआईपी गेट के पास काउंटिंग रूम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आनन-फानन कर्मियों ने बचाव कार्य शुरू करने के साथ ही श्राइन बोर्ड के अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
माता वैष्णो देवी भवन स्थित कैश काउंटर में आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अलबत्ता आग पर काबू पाने के पूरे प्रयास जारी हैं। चूंकि भवन में ही फायर ब्रिगेड की पोस्ट भी है, इसलिए तुरंत वहां से आग लगने की घटना का पता चलते ही फायर ब्रिगेड के एक दर्जन के करीब जवान आग बुझाने में जुट गए। उनके साथ श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों सहित भवन में तैनात अन्य सुरक्षाबलों भी काफी सहयोग कर रहे हैं। भवन के कैश काउंटर में लगी की लपटें दूर-दूर से देखी जा रही हैं। फिलहाल यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया है।
इस साल 30 अप्रैल को भी माता वैष्णो देवी मार्ग पर स्थित चरण पादुका मंदिर क्षेत्र में शंभू मार्केट में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। इसे बुझाने में फायर ब्रिगेड के जवानों को दो घंटों से अधिक का समय लगा था लेकिन तब तक 15 दुकानें जल चुकी थी।
चरण पादुका क्षेत्र में पहले भी दो बार भयंकर अग्निकांड हो चुके हैं। वर्ष 2009 में इसी क्षेत्र के पीपी मार्केट में भयंकर आग लग थी। इस अग्निकांड में 55 दुकानें जल गई थी। वर्ष 2012 में पीपी मार्केट में फिर आगजनी की घटना हुई। इसमें करीब 25 दुकानें जलकर राख हो गई थी।