नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर दो शब्द ट्रेंड हो रहे हैं। एक डेटोल (Dettol) और दूसरा हार्पिक (harpic)। दोनों का ही संबंध सफाई से है। दरअसल, यह वाकया संसद से जुड़ा है। जब लोकसभा में कांग्रेस ने उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधा तो वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण भड़क गईं। कांग्रेस सदस्यों से मुखातिब होते हुए सीतारमण ने कहा कि भ्रष्टाचार पर आप बात कर रहे हैं... डेटोल से मुंह धो लो भैया।
दरअसल, कांग्रेस ने अडाणी को लेकर भ्रष्टाचार का मामला उठाया था। इस पर निर्मला सीतारमण नाराज हो गईं। उन्होंने कहा- करप्शन पर आप... करप्शन पर आप बात कर रहे हैं, डेटोल से मुंह साफ कर दो भैया। शर्म करो। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर बिना सोचे-समझे बात नहीं करें। कांग्रेस वाले आरोप लगाते हैं, जवाब देते हैं तो सुनते नहीं हैं। वैट बढ़ाने वाले आप हो, कांग्रेस का कल्चर यही है, जवाब देंगे तो वे चिल्लाएंगे, वॉकआउट करेंगे, अभी भी देख लीजिए।
वहीं, सोशल मीडिया यूजर्स भी निर्मला सीतारमण के वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब जब आप सदन में dettol ले ही आई हैं तो तो बताइए अडाणी प्रकरण पर harpic कहां भेजना है वित्तमंत्रीजी। साक्षी लिखती हैं- अगर Corruption के ऊपर Congress Dettol से मुंह साफ़ करे तो Madam आपको और आपके
RBI को तेजाब से मुंह साप करना चाहिए।
मैं नहीं बताऊंगी कि... : सीतारमण ने कहा कि भारत के नियामक अनुभवी होने के साथ अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ भी हैं। उन्होंने कहा कि नियामक इस मामले को देख रहे हैं और वे अभी नहीं, हमेशा ही सजग रहते हैं। वित्त मंत्री से अडाणी समूह के शेयरों को कृत्रिम ढंग से गिराने की जांच करने की मांग वाली जनहित याचिका पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया था। उन्होंने कहा कि मैं यहां पर यह नहीं बताऊंगी कि सरकार न्यायालय में क्या कहने जा रही है। भारत के नियामक बहुत अनुभवी हैं और वे अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं।
अडाणी समूह के शेयरों में पिछले दो हफ्ते में भारी गिरावट होने से निवेशकों को काफी नुकसान हुआ है। हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में शेयरों के भाव बेतहाशा बढ़ाने के लिए गलत तरीके अपनाने का आरोप अडाणी समूह पर लगाए जाने के बाद यह गिरावट आई है। हालांकि समूह ने इन आरोपों को झूठ बताते हुए खारिज किया है। (वेबदुनिया/सोशल मीडिया/भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala