मुंबई। दिग्गज फिल्म अभिनेता शशि कपूर का सोमवार शाम निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में रोमांटिक आइकन के रूप में पहचान बनायी थी। उन्होंने कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में आखिरी सांस ली। अभिनेता रणधीर कपूर ने खबर की पुष्टि की है।
रणधीर कपूर ने बताया, ‘हां उनका निधन हो गया। उनको पिछले कई वर्षों से किडनी से जुड़ी समस्या थी। वह कई वर्षों से डायलिसिस करा रहे थे।’ उन्होंने बताया कि शशि कपूर का अंतिम संस्कार कल किया जाएगा।
कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल के डॉक्टर रामनारायण ने बताया, ‘शशि कपूर का 4 दिसंबर की शाम 5:20 बजे निधन हो गया।’ हिन्दी फिल्म और थियेटर जगत के शुरुआती स्टार पृथ्वीराज कपूर के घर 18 मार्च, 1938 को जन्में शशि कपूर ने चार वर्ष की आयु से अपने पिता द्वारा निर्मित और निर्देशित नाटकों में काम करना शुरू कर दिया था।
शशि कपूर ने 1940 के दशक के आखिरी वर्षों में बाल कलाकार के रूप में अपनी पहचान कायम कर ली थी। ‘आग’ (1948) और ‘आवारा’ (1951) में बाल कलाकार के रूप में उनके उम्दा अभिनय को लोग आज भी याद करते हैं। शशि कपूर ने 1950 के दशक में सहायक निर्देशक के तौर पर भी काम किया था।
शशि कपूर ने 1961 में ‘धर्मपुत्र’ के साथ बतौर मुख्य अभिनेता अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में 116 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन्हें वर्ष 2011 में पद्म भूषण और 2015 में प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शशि कपूर को ‘महान’ करार देते हुए उनके निधन पर शोक जताया है। ममता ने ट्वीट कर कहा है कि अभिनेता को कई पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया है, ‘उनके निधन से दु:खी हूं। फिल्मों में शानदार योगदान के लिए महान अभिनेता शशि कपूर को कई पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा।’ (भाषा)