नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और पश्चिम असम के आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से बांग्लादेश के दक्षिणी हिस्सों तक फैली हुई है। विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों से होते हुए पूर्वी मध्यप्रदेश से उत्तरी आंतरिक कर्नाटक तक एक ट्रफ/हवा की डिस्कंटीन्यूटी बनी हुई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों के साथ-साथ उपहिमालयी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। केरल में हल्की छिटपुट बारिश हुई। रायलसीमा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में लू चल रही है।
अगले 24 घंटों के दौरान विदर्भ, आंतरिक ओडिशा, बिहार, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्य महाराष्ट्र और अलग-अलग हिस्सों में लू की वापसी संभव है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान तेलंगाना के भी एक या दो हिस्सों में लू चल सकती है।
सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत और उपहिमालयी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। केरल और कर्नाटक के दक्षिणी हिस्सों में एक या दो मध्यम बारिश के साथ हल्की बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ में पारा 45.6 डिग्री पर पहुंचा: मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली किसी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने के कारण गर्मी के तेवर तीखे होने लगे हैं। इसी क्रम में बुधवार को राजगढ़ में अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह बुधवार को देश में मैदानी क्षेत्रों में सबसे अधिक तापमान है।
राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री से. रिकॉर्ड किया गया। यह शहर में इस सीजन का सबसे अधिक तापमान रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को खंडवा, खरगोन, नर्मदापुरम, छतरपुर, राजगढ़, खजुराहो, दमोह, रतलाम, नीमच आदि शहरों में भी लू चलने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं है। इससे मौसम शुष्क बना हुआ है। सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ने के कारण अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। सूर्य की किरणें भी लंबवत धरती पर पड़ रही हैं। इस वजह से तापमान बढ़ रहा है। गुरुवार को गर्मी के तेवर और तीखे हो सकते हैं। कई शहरों में लू की स्थिति बनने की संभावना है।