नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा हाल में पास किए गए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब और हरियाणा से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में इन 2 राज्यों के किसान सहित देशभर के किसान दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे।
इन किसानों को रोकने के लिए हरियाणा और दिल्ली सीमा पर बैरिकैटिंग भी की गई है। सड़कों पर किसानों के आंदोलन के कारण आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कृषि कानूनों के प्रावधान के खिलाफ पंजाब के किसान संगठनों ने 26 व 27 नवंबर यानी आज और कल 'दिल्ली चलो' की घोषणा की है।
किसानों के 'दिल्ली चलो मार्च' के कारण हरियाणा को दिल्ली से जोड़ने वाली ज्यादातर सड़कों पर बुरे हाल हैं। गुरुग्राम में जहां भारी ट्रैफिक के कारण वाहन फंसे हुए हैं।
वाहनों के बीच फंसे सुरेश सांगवान ने बताया कि उन्हें आवश्यक काम से दिल्ली जाना था, लेकिन बड़ी संख्या में वाहनों की कतार लगी हुई है।
प्रदर्शन के कारण एक बारात जाम में फंस गई और एक-दो नहीं बल्कि 6 घंटे तक रास्ते में फंसी रही। बारात लुधियाना से दिल्ली के मुकुंदपुर क्षेत्र में जा रही थी। बारात में आए राजेश शर्मा ने बताया कि किसानों के आंदोलन का खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ रहा है।
ऐसा ही दर्द जाम में फंसे दलजीत सिंह ने बयां किया। उन्होंने बताया कि वाहनों की कतारें लगी हुई हैं और गाड़ियां रेंग-रेंगकर चल रही हैं।
अपने परिवार के साथ दिल्ली जा रहे पैमाराम ने बताया कि घंटों लगे जाम से बुरा हाल है। सरकार को किसानों के साथ बातचीत कर इस आंदोलन का समाधान निकालना चाहिए।